नई दिल्ली: बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम की लाडली से जुड़ी ऐसी खबर है जिसे सुनकर हनीप्रीत झूम उठी होगी। दावा ये किया जा रहा है कि रोहतक जेल में बंद राम रहीम ने एक ऐसी चाल चली कि हनीप्रीत हारी हुई बाजी जीत गई और बाबा का बेटा जीतते-जीतते हार गया।
क्या बाबा का बेटा हार गया और हनीप्रीत जीत गई?
कौन बनेगा डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख... इसे लेकर डेरे में खेमेबाजी जारी है। जब से बलात्कारी राम रहीम जेल गया है तब से डेरे के उत्तराधिकारी को लेकर अलग-अलग दावेदारों के बीच जंग चल रही है। हर खेमे की तरफ से सोशल मीडिया में प्रोपगंडा भी किया जा रहा है लेकिन पिछले दो तीन दिनों से एक खबर जंगल की आग की तरह फैली कि राम रहीम का बेटा जसमीत कौर डेरे का प्रमुख बनने वाला है।
बताया गया कि ये फैसला राम रहीम के परिवारवालों ने लिया। ताजपोशी की तैयारी भी शुरु हो गई थी और ये भी खबर आई कि 25 नंवबर को जसमीत उत्तराधिकारी घोषित कर दिया जाएगा लेकिन अब डेरे की तरफ से अब ये बताया जा रहा है कि राम रहीम ही डेरे के प्रमुख बने रहेंगे। इसके बाद सोशल मीडिया में ये खबर वायरल हुई कि बेटे की ताजपोशी का प्लान राम रहीम की वजह से कैंसिल करना पड़ा। वह चाहता है कि उसके बाद हनीप्रीत ही डेरे की कमान संभाले। बाबा जानता है अगर उसका बेटा डेरे की कमान संभालता है तो उसके परिवारवाले हनीप्रीत को डेरे में घुसने भी नहीं देंगे इसलिए जब रोहतक जेल में राम रहीम का परिवार मिलने आया और जब डेरे के भविष्य को लेकर बातचीत हुई तो उसने अपने बेटे को डेरे का प्रमुख बनाने से साफ मना कर दिया।
क्या है राम रहीम के आखरी दांव का सच?
डेरे की तरफ से बताया गया है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ही गद्दीनशीन है और वे ही प्रमुख बने रहेंगे। इसका मतलब तो यही है कि बाबा के परिवार ने पहले जसमीत को प्रमुख बनाने का फैसला लिया जिसे बाद में बदलना पड़ा। हमारे चैनल इंडिया टीवी ने वायरल खबर की तहकीकात शुरु की।
राम रहीम और हनीप्रीत जेल में हैं.. बाकी के जितने भी जिम्मेदार लोग थे वो या तो पुलिस की गिरफ्त में हैं या फिर अपनी जान बचाने के लिए कानून से छिपे हुए हैं.. बस, राम रहीम का परिवार है जो कानून की नजरों में आरोपी नहीं है इसलिए डेरे को बचाने के नाम पर राम रहीम की मां ने अब एक बड़ा दांव खेला। वो बाबा के बेटे जसमीत को डेरे का प्रमुख बनाना चाहती है। इसके लिए डेरे के अंदर मीटिंग भी हुई और ताजपोशी की तैयारी भी शुरु हो गई लेकिन जेल में बंद राम रहीम ने ऐसा पासा फेंका जिससे इनकी सारी तैयारी बेकार हो गई।
डेरे के नियम के मुताबिक डेरे का उत्तराधिकारी कौन होगा इसमें राम रहीम की सहमति सबसे अहम है। हमारी तहकीकात में ये पता चला कि बाबा खुद ही डेरे का प्रमुख बने रहना चाहता है और ये भी सच्चाई है कि वो हनीप्रीत पर सबसे ज्यादा भरोसा करता है इसलिए हनीप्रीत के बाहर निकलने के बाद ही यह तय होगा कि डेरे की कमान किसके हाथ जाएगी। इंडिया टीवी की तहकीकात में ये साबित हुआ कि बलात्कारी राम रहीम ने हनीप्रीत की खातिर अपने बेटे को प्रमुख बनने से रोक दिया।
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