नई दिल्ली: दो साध्वियों से रेप करने के जुर्म में गुरमीत राम रहीम अब सलाखों के पीछे पहुंच चुका है लेकिन उसकी कारगुजारियां लगातार सामने आ रही हैं। इंडिया की टीम जब राम रहीम के पैतृक गांव पहुंची तो वहां उसके बारे में चौंकाने वाली बातें मालूम पड़ी। गांववालों ने बताया कि राम रहीम आज से नहीं बचपन से रंगीन मिजाज और फ्रॉड था। इंडिया टीवी की टीम जब दिल्ली से करीब चार सौ किलोमीटर दूर राम रहीम के पैतृक गांव राजस्थान के श्रीगंगानगर के हनुमान गढ़ का गुरसर मोडिया गांव में पहुंची, तो वहां इसका इतना बड़ा साम्राज्य दिखा जिसे देखकर किसी की भी आंखें चौंधिया जाए। यहां पुलिस तक को अंदर जाने की इजाजत नहीं है। ये भी पढ़ें: बकरीद पर कुर्बानी के खिलाफ खड़ा हुआ मुस्लिम समाज, जानें क्या है पूरा मामला
बलात्कारी बाबा के इस पैतृक घर में अब कोई नहीं रहता है। श्रीगंगानगर के इस गुरसर मोड़िया गांव में एक और आलीशान कोठी है बलात्कारी बाबा के परिवार के लिए। बाबा का परिवार अब यहीं रहता है। रेपिस्ट बाबा के परिवार की कोठी बंद थी जिसके अंदर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं थी। जिस शख्स को दुनिया गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां कहती है, असल में वो हरपाल है और नौवीं क्लास में ही इस शख्स पर छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप लग चुके थे।
इंडिया टीवी के पास इस शख्स की वो जन्मकुंडली है, जो बताती है कि ये ना तो राम रहीम है, ना ही इंसां है। इसके बर्थ सर्टिफिकेट इस शख्स का नाम हरपाल लिखा है। पिता मग्गर सिंह और मां नसीब कौर। जन्म की तारीख - 10 जुलाई 1967, लेकिन गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां 15 अगस्त के दिन अपना बर्थडे मनाता था। अब प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि आखिर ये ढोंगी देश के राष्ट्रीय पर्व पर अपना जन्मदिन क्यों मनाता था।
इस शख्स से जुड़ा एक और दस्तावेज है। ये है दसवीं परीक्षा का रिजल्ट। मैट्रिक की परीक्षा में गणित के विषय में फेल होने के कारण इसे सप्लिमेंट्री लगा था। क्या इत्तेफाक है कि जो शख्स हिसाब में इतना कमजोर था, उसकी दुनिया में अरबों का हिसाब-किताब चल रहा है। बहरहाल इस बलात्कारी बाबा की सच्चाई जानने के लिए इंडिया टीवी की टीम राजस्थान के उस गांव में पहुंची, जहां इसका बचपन बीता था और आज की तारीख में इस शख्स का वहां साम्राज्य फैला हुआ है। ऐसा साम्राज्य, जहां पुलिस को भी अंदर पहुंचने की इजाजत नहीं है।
इस गांव में हमें जगसीर सिंह नाम का शख्स मिला जो राम रहीम के बचपन के राजदार था। उन्होंने हमें जो बताया, वो इस बाबा के चरित्र का ऐसा पहलू है, जो अब दुनिया के सामने नहीं है। नौवीं क्लास में पढ़ते हुए ये शख्स एक लड़की से छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा गया था। गांव की पंचायत ने वो मामला सुलझाया था।