नई दिल्ली: पहले लग्जरी डेरा, फिर पुलिस की कस्टडी और अब अंबाला जेल की सलाखें यही पता ठिकाना है अभी राम रहीम की सबसे खास हनीप्रीत की। पुलिस रिमांड से निकलकर हनीप्रीत अब जेल पहुंच चुकी है। 10 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में पहुंची हनीप्रीत की कल अंबाला जेल के अंदर पहली रात थी। जेल में हनीप्रीत की ये रात बेचैनी भरी थी। हाल ये था कि ना ही हनीप्रीत ने जेल के अंदर पेटभर खाना खायी ना ही चैन की नींद सो सकी। ये भी पढ़ें: आखिर टूट गई हनीप्रीत, माना बाबा के साथ 'रिश्ता', कबूल किए गुनाह?
जेल की चारदीवारी में आते ही राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत के पसीने छूटने लगे हैं। धड़कने तेज हो गई हैं। आलम ये है कि उसकी पल्स रेट भी बढ़ गई है। 9 दिन की पुलिस रिमांड के बाद जब हनीप्रीत को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया तो पुलिस उसे लेकर अंबाला सेंट्रल जेल पहुंची लेकिन जेल आते ही बाबा की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के होश उड़ गए। हनीप्रीत के हाल कैसे थे इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि जेल पहुंचते ही हनीप्रीत ने जेल प्रशासन से तबीयत खराब होने की शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत पर जेल प्रशासन फौरन हरकत में आया और तीन डॉक्टरों की एक टीम ने हनीप्रीत की जांच की। बकायदा अलग-अलग टेस्ट किए गए हालांकि सभी टेस्ट के नतीजे नॉर्मल आए। हनीप्रीत ने डॉक्टरों के सामने माइग्रेन की प्रॉब्लम का जिक्र किया जिसके बाद उसे इसकी दवाई दी गई। हनीप्रीत के इर्दगिर्द कड़ा सुरक्षा घेरा था। अंडर ट्रायल होने की वजह से उसे कोई यूनिफॉर्म नहीं दिया गया था। जेल प्रशासन की ओर से सोने के लिए एक दरी और एक चादर दिया गया था हालांकि हनीप्रीत ने एक तकिये की भी मांग की थी लेकिन जेल प्रशासन ने उसकी इस मांग को ठूकरा दिया।
जेल के अंदर हनीप्रीत और सुखदीप दोनों को एक ही जगह रखा गया है। ज्यादातर समय दोनों आपस में बात करते नजर आई। जब हनीप्रीत को जेल का खाना दिया गया तो एक-दो निवाला ही हनीप्रीत खा सकी। रात को सोने से पहले हनीप्रीत ने आरओ का पानी पीया। शुक्रवार को हनीप्रीत के साथ डेरा की चेयरपर्सन विपासना से भी पूछताछ हुई थी। पुलिस ने हनीप्रीत और विपासना को आमने सामने बिठा कर करीब पांच घंटे तक सवाल जवाब किए थे।
दरअसल पुलिस पंचकूला हिंसा साजिश से जुड़ी कड़ियों को जोड़ना चाहती है और जानना चाहती है कि विपासना, हनीप्रीत ने अब तक जो बयान दिए वो सच हैं या झूठ क्योंकि इसी से साबित हो सकेगा कि डेरे के किन गुंडों ने पंचकूला दंगे की साजिश रची और इसमें राम रहीम का कितना हाथ है। ये तय है कि इस बार की दिवाली भी हनीप्रीत की जेल में ही मनेगी। पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने हनीप्रीत को 23 अक्टूबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा है।