हाल ही में खबर आई है कि सुनारिया जेल में बंद राम रहीम के तबीयत हो गई है। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर राम रहीम की रोहतक के पीजीआई अस्पताल में भर्ती हो सकती है। पुलिस ने जेल से पीजीआई ले जाने की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया है। दिन का उजाला हो या रात का अंधेरा 24 घंटे ठीक इसी तरह रोहतक पुलिस जेल के आसपास कड़ी निगरानी रहे हुए है। दरअसल राम रहीम इसी जेल के अंदर बंद है। (आम लोगों के लिए सोमवार से शुरू होगी जम्मू-पूंछ हेलीकॉप्टर सेवा)
सुनारिया जेल में आते ही गुरमीत राम रहीम को एक नई पहचान भी मिली, यानी कैदी नंबर 1997। जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को लेकर सुनारिया जेल के आसपास सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गयी है। जेल की तरफ किसी भी आम इंसान या फिर वाहन को जाने की कतई इजाजत नही दी जा रही है। जेल स्टाफ की गाड़ियों को भी पहले चेक किया जाता है और फिर उन्हें अंदर जाने दिया जा रहा है। जेल की तरफ जाने वाले हर रास्ते को करीब एक किलोमीटर पहले भी बंद कर नाकाबंदी कर दी गयी है। जेल की चारदीवारी में आते ही बाबा गुरमीत राम रहीम का सारा ऐशो-आराम छूट गया।
सूत्रों के मुताबिक, जिसकी वजह से गुरमीत राम रहीम की तबियत भी थोड़ी नासाज चल रही है। दिन में 2 बार बाबा गुरमीत राम रहीम का मेडिकल चेकअप किया जाता है। सूत्रों के मुताबिक, अगर अचानक कैदी नंबर 1997 यानी गुरमीत राम रहीम की तबियत ज्यादा खराब होती है तो उसे एम्बुलेंस में कड़ी सुरक्षा के बीच कैसे और कितनी जल्दी सुरक्षित रोहतक के पीजीआई अस्पताल पहुचाया जाए, इसको लेकर एक मॉकड्रिल भी की गई। खबर तो यहां तक है कि गुरमीत राम रहीम की तबियत अगर ज्यादा खराब होती है तो उसके लिए रोहतक के पीजीआई हॉस्पिटल में वार्ड नंबर 24 का रूम नंबर 105 फिक्स कर दिया गया है। गुरमीत राम रहीम की तबियत के बिगड़ने की आशंकाओं को देखते हुए डॉक्टर की एक डेडिकेटेड टीम भी तैयार की गई है।