अयोध्या भूमि विवाद मामला में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन करते हुए मध्यस्थता पैनल गुरुवार को सीलबंद कवर में स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच इस मामले की सुनवाई 2 अगस्त को करेगी।
इससे पहले शीर्ष अदालत ने आठ मार्च को बड़ा कदम उठाते हुए विवादित भूमि के सभी पक्षों से बात करने के लिए तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति गठित कर इस विवाद का समाधान कराने की कोशिश की थी। समिति के अध्यक्ष सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एफ.एम. कलीफुल्ला हैं।
अदालत ने मध्यस्थता की सिफारिश करते हुए कहा था कि वह रिश्तों में सुधार में संभावना देख रही है। उम्मीद है कि संवेदनशील मुद्दे पर मध्यस्थता समिति आम सहमति पर पहुंचने में सफल हो। समिति के दो अन्य सदस्य आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पांचू हैं।