गाजियाबाद: यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम लगातार उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में पंचायतें कर रहे हैं। इन पंचायतों में हमें किसान-मजदूरों का अपार सहयोग मिल रहा है। किसान पंचायतों को सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। हम देश के सभी राज्यों में जाकर किसानों को अपने आंदोलन के साथ जोड़ेंगे। गुजरात, कर्नाटक, पश्चिमी बंगाल और यहां तक कि केरल जैसे सुदूर दक्षिण राज्य से भी किसान आंदोलन के साथ जुड़ रहे हैं और अपने राज्यों में किसान पंचायतों के लिए समय की मांग कर रहे हैं।
सभी राज्यों में जाकर पंचायतें करेंगे: राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि वह सभी राज्यों में जाकर पंचायतें करेंगे और सरकार की तरफ से थोपे गए नए कृषि कानूनों के बारे में किसानों को जागरूक करने का काम करेंगे। एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि पश्चिमी बंगाल से लगातार लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं और वहां पंचायतें कराना चाहते हैं। जल्द ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी जाएंगे और कृषि कानूनों के बारे में वहां के लोगों को बताकर समर्थन जुटाने का प्रयास करेंगे।
आंदोलनकारी किसानों की संख्या कम नहीं हुई: टिकैत
राकेश टिकैत ने एक सवाल के जबाब में कहा कि आंदोलन में शामिल आंदोलनकारी किसानों की संख्या कहीं कम नहीं हो रही। किसान लगातार आंदोलन स्थलों पर आते-जाते रहते हैं। किसान को अपना खेत भी देखना है और आंदोलन भी। सभी किसान आंदोलन को लेकर एकजुट हैं, लेकिन फिलहाल खेतों में भी उसी का कार्य जोरों पर है इसलिए किसान अपने खेतों में काम करने गए हैं।
"एक बुलावे पर जुट जाएंगे सभी किसान"
राकेश टिकैत ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर एक बुलावे में सभी किसान एकत्रित हो जाएंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव से पहले वह पश्चिम बंगाल का भी दौरा करेंगे और पश्चिम बंगाल के किसानों की समस्या भी सुनेंगे। बंगाल के किसानों की समस्या को वे केंद्र व राज्य सरकार के सामने रखेंगे और पश्चिम बंगाल के किसानों की स्थिति पर सरकार से सवाल भी करेंगे।