नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है। राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर सरकारें 5 साल तक अपनी सरकार चला सकती हैं तो उनका आंदोलन भी जनता का चुना हुआ आंदोलन है और आंदोलन तबतक चलेगा जबतक सरकार तीन कृषि कानून वापस नहीं लेगी और MSP की गारंटी का कानून नहीं बनाएगी। राकेश टिकैत के बयान से साफ जाहिर हो रहा है कि आंदोलन लंबे समय तक चलने वाला है।
दिल्ली के सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर किसान लंबे समय से धरना दिए हुए बैठे हैं, आंदोलन पिछले साल शुरू हुआ था और लगभग एक साल पूरा होने को है। किसानों को दिल्ली में दाखिल होने से रोकने के लिए पहले दिल्ली पुलिस ने तीनों बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की हुई थी लेकिन पुलिस की बैरिकेडिंग को अब हटा लिया गया है। पहले राकेश टिकैत कहते थे कि उनकी तरफ से दिल्ली के बॉर्डर सील नहीं किए गए हैं बल्कि दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर रोक रखे हैं लेकिन अब जब दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा ली है तो राकेश टिकैत कह रहे हैं कि धरना स्थलों से किसान नहीं उठेंगे।
हाल ही में राकेश टिकैत ने धमकी दी थी कि अगर धरना स्थलों से किसानों को जबरदस्ती हटाने का प्रयास किया गया तो सभी सरकारी दफ्तरों की 'गल्ला मंडी' बना देंगे। एक अन्य किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने भी इसी तरह की धमकी दी थी।