नई दिल्ली: किसान नेता राकेश टिकैत आंदोलन के साथ ही साथ अपने बयानों के चलते भी सुर्खियां बटोर रहे हैं। अब उन्होंने संसद में फसल लगाने और रेट तय करने की बात कही है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने स्वामीनाथ रिपोर्ट की चर्चा तो खूब किया और सोचा ज्यादा एमएसपी के लिए कहा जा रहा है। टिकैत ने कहा कि संसद परिसर में ही क्यों ने कृषि अनुसंधान केंद्र की स्थापना करें और खूब फसलें लगाई जाए और कटाई के बाद रेट तय करो।
इस बार चार नहीं चालीस लाख ट्रैक्टर जाएंगे: टिकैत
इससे पहले राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि था कि अगर केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया तो इस बार आह्वान संसद घेरने का होगा और वहां चार लाख नहीं चालीस लाख ट्रैक्टर जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने किसानों से तैयार रहने को कहा क्योंकि कभी भी दिल्ली जाने का आह्वान हो सकता है। टिकैत राजस्थान के सीकर में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा,'' कान खुल कर सुन ले दिल्ली, ये किसान भी वही हैं और ट्रैक्टर भी वही होंगे। अबकी बार आह्वान संसद का होगा। कहकर जाएंगे संसद पर। इस बार चार लाख नहीं चालीस लाख ट्रैक्टर जाएंगे।''
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उन्होंने कहा कि किसान इंडिया गेट के पास के पार्कों में जुताई करेगा और फसल भी उगाएगा। साथ ही कहा कि संसद को घेरने के लिए तारीख संयुक्त मोर्चा तय करेगा। किसाने नेता ने कहा, ''26 जनवरी की घटना के मामले में देश के किसानों को बदनाम करने की साजिश की गई। देश के किसानों को तिरंगे से प्यार है, लेकिन इस देश के नेताओं को नहीं।''
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टिकैत ने कहा कि सरकार को किसानों की तरफ से खुली चुनौती है कि सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए और एमएसपी लागू नहीं की तो बड़ी-बड़ी कंपनियों के गोदाम को ध्वस्त करने का काम भी देश का किसान करेगा। इसके लिए संयुक्त मोर्चा जल्द तारीख भी बताएगा। महापंचायत को स्वराज आंदोलन के नेता योगेंद्र यादव, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमराराम, किसान यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री चौधरी युद्धवीर सिंह सहित कई किसान नेताओं ने भी संबोधित किया। इससे पहले टिकैत ने चूरू जिले के सरदारशहर में भी किसानों की सभा को संबोधित किया।