शिमला। हिमाचल प्रदेश के सोलन में सेब के दामों में गिरावट को लेकर किसानों द्वारा सड़क जाम का विरोध कर रहे एक स्थानीय आढ़ती की भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत से तीखी नोक-झोंक हुई। इस नोक-झोंक की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इससे पहले कि नोकझोंक और बढ़ती, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर काबू पा लिया।
आढ़ती (कमीशन एजेंट) ने बाद में मीडिया को बताया कि किसानों द्वारा सड़क जाम करने से उनका काम प्रभावित हुआ है। उसने कहा, ''अगर वे आंदोलन करना चाहते हैं, तो किसी दूसरी जगह पर ऐसा कर सकते हैं।'' बाद में शिमला में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए टिकैत ने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति नशे में था और उसके हाथों में पत्थर थे। उसने उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
हिमाचल प्रदेश के सोलन के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं गई क्योंकि पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है। शिमला में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए टिकैत ने हिमाचल प्रदेश के किसानों से अपने सेब और अन्य फसलों की पर्याप्त कीमत सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होने का आग्रह किया। बीकेयू नेता ने कहा कि अगर वे एकजुट नहीं हुए तो बड़ी निजी कंपनियां पहाड़ी राज्य में कोल्ड स्टोरेज खोलकर उनकी फसलों के दाम तय करने लगेंगी।
टिकैत ने मांग की कि पहाड़ी राज्य के सेब उत्पादकों को अपनी उपज मंडियों तक ले जाने के लिए परिवहन सब्सिडी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र और अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों की घोषणा होने पर राज्य के किसान इस संबंध में अपनी रणनीति तय करेंगे।
टिकैत ने कहा कि किसान पांच सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय स्तर की रैली करेंगे। बीकेयू तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चे का हिस्सा है। बीकेयू नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को उनके साथ बिना शर्त बातचीत शुरू करके गतिरोध को तोड़ना चाहिए।