नई दिल्ली: राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को उच्च सदन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सराहना की और उनके योगदान की चर्चा की। नायडू ने सदन में कहा कि मनमोहन सिंह और एक अन्य सदस्य एस कुजूर अपने कार्यकाल के समाप्त होने पर 14 जून 2019 को सेवानिवृत्त हो गए। वे उच्च सदन में असम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सदन को निश्चित रूप से उनकी कमी खलेगी जिन्होंने अपने उल्लेखनीय योगदान से इस सदन की गरिता और प्रतिष्ठा में वृद्धि की।
नायडू ने कहा कि मनमोहन सिंह लगातार पांच बार इस सदन के सदस्य रहे। वह 1991 से 2019 तक उच्च सदन के सदस्य रहे। वह इस दौरान लगातार दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे। इसके अलावा वह मार्च 1998 से मई 2004 के बीच राज्य सभा में विपक्ष के नेता रहे। वह 2004 से 2014 तक सदन के नेता भी रहे।
नायडू ने कहा कि सिंह बहुत ही भद्र, शांत और शालीन व्यक्ति हैं। उन्होंने राष्ट्र के विकास एवं कल्याण से संबंधित विभिन्न् मुद्दों विशेषकर आर्थिक मामलों में होने वाली चर्चाओं में भाग लेकर सदन की सामूहिक बुद्धिमत्ता को समृद्ध करने में काफी योगदान किया। उन्होंने कुजूर का जिक्र करते हुए कहा कि वह जून 2013 से जून 2019 तक उच्च सदन के सदस्य रहे। उन्होंने आदिवासियों और असम के चाय बागानों में काम करने वाले लोगों के लिए काफी काम किया।
नायडू ने दोनों सदस्यों को उनके अच्छे स्वास्थ्य, प्रसन्नता और लंबे समय तक राष्ट्र की सेवा में सक्रिय रहने की कामना की।