नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख से चीन को कड़ा संदेश देते हुए सोमवार को कहा कि भारत "गलवान वीरों" के बलिदान को कभी नहीं भूलेगा और देश के सशस्त्र बल हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। लद्दाख दौरे के दूसरे दिन सिंह ने कहा कि पड़ोसी देशों के साथ बातचीत के जरिए मुद्दों का समाधान तलाशने की कोशिश की जानी चाहिए, लेकिन साथ ही आगाह किया कि अगर कोई हमें धमकाने की कोशिश करेगा तो भारत इसे बर्दाशत नहीं करेगा।
राजनाथ सिंह ने कहा, "देश के लिए गलवान घाटी में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सैनिकों के बलिदान को भारत कभी नहीं भूलेगा।"
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ पिछले साल 15 जून को भीषण झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। दोनों देशों के बीच पिछले कुछ दशकों में हुई यह सबसे भीषण झड़प थी।
चीन ने फरवरी में आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया था कि भारतीय सेना के साथ संघर्ष में पांच चीनी सैन्य अधिकारी और एक जवान मारा गया था, हालांकि व्यापक रूप से यह माना जाता है कि मरने वालों की संख्या अधिक थी। रक्षा मंत्री ने लद्दाख में सीमा सड़क संगठन द्वारा कार्यान्वित 63 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। सिंह तीन दिवसीय लद्दाख दौरे पर हैं।