नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिन के दौरे पर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जाएंगे, जहां पर वो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के साथ-साथ LoC भी जाएंगे। राजनाथ सिंह 17 जुलाई को लेह पहुंचेंगे, यहां से वो LoC के इलाके में जाएंगे जहां पर पाकिस्तान बॉर्डर पर तैयारियों का जायजा लेंगे। इसके बाद 18 जुलाई को वह LAC इलाके में जाएंगे, जहां पर चीन बॉर्डर की स्थिति का जायजा लेंगे।
इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक़ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 5 घंटे लेह मौजूद रहेंगे। रक्षा मंत्री फ़्रंट वॉर का जायज़ा एक साथ लेने वाले हैं। वह सबसे पहले लद्दाख की लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल की अग्रिम इलाकों में हो रही स्थिति का जायज़ा पूरी तरह से ऑपरेशन तैयारी के साथ लेंगे। स्टॉकना व्यू पॉइंट पर वह भारतीय सेना के पराक्रमी पैरा कमांडो उसका दम ख़म पैरा ड्रॉपिंग के तौर पर देखेंगे। फ़ायर एंड फ्यूरि कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह रक्षा मंत्री को लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत चीन की अभी की स्थिति और साथ में भारतीय सेना की तैयारी के बारे में पूरी ब्रीफ़िंग लाइव बॉफरीगं के साथ दिखाएंगे। रक्षा मंत्री यहां पर जवानों से मुलाक़ात करेंगे और साथ में जो इस समय फॉरवर्ड लोकेशन पर तैयारी है वो भी देखेंगे।
भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना का दमख़म दिखाते हुए कॉम्बैट एयर, पेट्रोल अटैक हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर की तैयारी के साथ साथ भारतीय सेना के पराक्रमी योद्धाओं का जिसमें पैरा कमांडोज भी शामिल है उनका पूरा ऑपरेशनल तैयारी देखेंगे। बता दें कि अभी भी लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल पर पेंगोंग सौ और डिपसागं में तनाव बरकरार है इसकी स्थिति के सुलझाने के तौर पर 15 घंटे हुई कोर कमांडर लेवल बातचीत का जो हल निकला वो देखने को मिलेगा और यही जानकारी रक्षा मंत्री को दी जाएगी। 5 घंटे के बाद राजनाथ सिंह कश्मीर के लिए रवाना हो जाएंगे।
आपको बता दें कि इस समय पाकिस्तान की तरफ़ से लगभग 2700 सीज़फायर का उल्लंघन किया जा चुका है, 135 से ज़्यादा आतंकियों को मार गिराया गया है। इसके साथ-साथ पाकिस्तान की घुसपैठ की कोशिशों को भी नाकामयाब किया है और 300 आतंकी इस समय 35 टेररकैंप और लॉन्चिंग पैड पर मौजूद है। इंडिया टीवी को इस बात की भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान आर्टिकल 370 के हटाए जाने के 1 साल होने से पहले पहले एक बड़ी साज़िश कर रहा है लेकिन भारतीय सेना उसे बार बार नाकामयाब कर रही है।
घाटी में इस समय स्थिति का जायज़ा लेने के लिए रक्षा मंत्री यहां पर 15 कोर कमांडर और साथ में सीनियर अधिकारियों के साथ 1 हाईलेवल मीटिंग करेंगे और फिर उसके बाद लेफ्टिनेंट गवर्नर से मुलाक़ात करते हुए एक बार फिर से सिक्योरिटी मीटिंग में अभी के हालात के बारे में उनको बताया जाएगा। राजनाथ सिंह लाइन ऑफ़ कंट्रोल यानी भारत पाकिस्तान की सरहद पर भी जाएंगे और जवानों से मुलाक़ात करेंगे इसके साथ साथ अब वो भारतीय सेना की तैयारी का पूरी रिपोर्ट फॉरवर्ड लोकेशन पर ही लेंगे। इस पूरी मीटिंग के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमरनाथ गुफा के भी दर्शन करेंगे।
रणनीतिक तौर पर ये रक्षा मंत्री का दौरा बेहद ख़ास है क्योंकि एक साथ भारत पाकिस्तान और भारत चीन को सीधा संकेत है कि भारतीय सेना भारतीय वायुसेना और सिक्योरिटी फ़ोर्स कही से भी इनकी दबाव में आने वाली नहीं है और हर मोर्चे पर किलाबंदी की जा रही है।