Sunday, December 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक बनी हवाई पट्टी का उद्घाटन करेंगे गडकरी और राजनाथ

पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक बनी हवाई पट्टी का उद्घाटन करेंगे गडकरी और राजनाथ

ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए किया जाएगा। 

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : September 08, 2021 17:53 IST
Rajnath Singh, Nitin Gadkari to inaugurate emergency landing field in Barmer on Sep 9
Image Source : PTI भारतीय वायुसेना के एक विमान में दोनो मंत्री बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर कृत्रिम आपातकालीन लैंडिग करेंगे।

नयी दिल्ली: राजस्थान के बाड़मेर में पाकिस्तान बॉर्डर के बिल्कुल नजदीक नेशनल हाईवे पर फाइटर प्लेन की लैंडिग हुई है। इस नेशनल हाईवे के 4 किमी के एक हिस्से को इस तरह से बनाया गया है कि इस पर फाइटर जेट की लैंडिंग हो सकती है। इस ‘इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड’ (ईएलएफ) का केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी बृहस्पतिवार को उद्घाटन करेंगे। भारतीय वायुसेना के एक विमान में दोनो मंत्री बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर कृत्रिम आपातकालीन लैंडिग करेंगे। एनएच-925 भारत का पहला नेशनल हाईवे है जिसका इस्तेमाल वायुसेना के विमानों को आपात स्थिति में उतारने के लिए किया जाएगा। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भारतीय वायु सेना के लिए आपातकालीन स्थिति में विमान उतारने के वास्ते एनएच-925ए के सट्टा-गंधव खंड के तीन किलोमीटर के हिस्से पर इस आपातकालीन पट्टी का निर्माण किया है। 

अक्टूबर 2017 में, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू एवं परिवहन विमानों ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर मॉक लैंडिंग की थी ताकि यह दिखाया जा सके कि ऐसे राजमार्गों का उपयोग वायुसेना के विमानों द्वारा आपात स्थिति में उतरने के लिए किया जा सकता है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, जोकि एक राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं है, उत्तर प्रदेश सरकार के तहत आता है। यह पट्टी भारतमाला परियोजना के तहत गगरिया-बखासर और सट्टा-गंधव खंड के नव विकसित ‘टू-लेन पेव्ड शोल्डर’ का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है और इसकी लागत 765.52 करोड़ रुपये है। 

‘पेव्ड शोल्डर’ उस भाग को कहा जाता है, जो राजमार्ग के उस हिस्से के पास हो जहां से वाहन नियमित रूप से गुजरते हैं । बयान में कहा गया कि यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बाड़मेर और जालौर जिलों के गांवों के बीच सम्पर्क में सुधार करेगी। इसके पश्चिमी सीमा क्षेत्र में स्थित होने से भारतीय सेना को निगरानी करने में मदद के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी। 

ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए किया जाएगा। बयान में कहा गया, ‘‘गृह मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का उद्घाटन करेंगे और नौ सितंबर 2021 को राजस्थान के बाड़मेर जिले के दक्षिण में गंधव भाकासर खंड के राष्ट्रीय राजमार्ग-925 पर बने ईएलएफ पर विमान का संचालन भी देखेंगे।’’ 

इस परियोजना में आपातकालीन लैंडिंग पट्टी के अलावा कुंदनपुरा, सिंघानिया और बाखासर गांवों में वायु सेना/भारतीय सेना की आवश्यकताओं के अनुसार तीन हेलीपैड (प्रत्येक का आकार 100 x30 मीटर) का निर्माण किया गया है, जो पश्चिमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सेना और सुरक्षा नेटवर्क के सुदृढ़ीकरण का आधार होगा। ईएलएफ का निर्माण 19 महीने के अंदर पूरा किया गया है। इसका निर्माण कार्य जुलाई 2019 में शुरू किया गया था और जनवरी 2021 में यह सम्पन्न हो गया। आईएएफ और एनएचएआई की देखरेख में जीएचवी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने इसका निर्माण किया है। 

ये भी पढ़ें

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement