नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी छोड़ ज्योतिरादित्य सिंधिया के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "सिंधिया जी को साथ नहीं लिया, सिंधिया जी साथ आ गए।" इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'आप की अदालत' में इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि सिंधिया जी के साथ कांग्रेस पार्टी में जो व्यव्हार होना चाहिए था वह नहीं हुआ, राजनाथ सिंह ने कहा कि सिंधिया जी ने यह महसूस किया कि देश को अगर कोई सही दिशा दे सकता है तो आज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही सही दिशा दे सकते हैं और भारतीय जनता पार्टी ही सही नेतृत्व दे सकती है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर राजनाथ सिंह ने कहा, "वे देख रहे हैं कि स्पष्ट बहुमत होते हुए भी इस समय के प्रधानमंत्री मोदी जी कई राजनीतिक पार्टियों को साथ लेकर सरकार चला रहे हैं, हमारे पास स्पष्ट बहुमत है, कोई जरूरत नहीं है किसी के सहयोग की, फिर भी जो पहले से हमारे साथ रहे हैं हम उन संबंधों का निर्वाह करते हुए हम उन सबको साथ लेकर चल रहे हैं।"
रजत शर्मा ने जब राजनाथ सिंह से पूछा कि क्या राजस्थान में भी सचिन पायलट से बात चल रही है? तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "नहीं कोई बात नहीं है ऐसी, मैने पहले ही साफ तौर पर कहा है कि जिस भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत मिलता है हम उसका सम्मान करते हैं। जनादेश की अवमानना करना हमारी फितरत में नहीं।"
महाराष्ट्र के बारे में रक्षा मंत्री ने कहा, "महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार बनी रहेगी या टूटेगी इसके बारे में कांग्रेस या एनसीपी ही बता सकते हैं। भाजपा को उससे कोई लेना देना है नहीं। अंतरविरोधों के कारण सरकारें टूटती हैं, यदि अंतर विरोध न हो तो दुनिया की कोई ताकत सरकार नहीं गिरा सकती।"