अशोक नगर: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि राज्य में महिलाएं, आम लोग और यहां तक कि पुलिसकर्मी भी महफूज नहीं हैं। उन्होंने मालदा में पिछले दिनों हुई हिंसा को लेकर राज्य सरकार के रख पर भी सवाल खड़ा किया।
सिंह ने इस महीने की शुरूआत में राज्य में हुए ग्लोबल बिजनेस सम्मेलन को लेकर भी ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से राज्य में निवेश लाने में तब तक मदद नहीं मिलेगी, जब तक सरकार कानून व्यवस्था की स्थिति नहीं सुधारती और सुशासन नहीं सुनिश्चित करती।
पश्चिम बंगाल में इस साल चुनाव होने हैं। इस सिलसिले में यहां भाजपा की एक रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा, तृणमूल कांग्रेस के बदलाव के नारे के बावजूद पश्चिम बंगाल में मां, माटी और मानुष और यहां तक कि पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। तृणमूल कांग्रेस सरकार बंगाल में कोई बदलाव नहीं ला सकी है।
मालदा की हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने ममता बनर्जी के इस बयान को खारिज कर दिया कि यह बीएसएफ के अधिकारियों और स्थानीय लोगों के बीच संघर्ष के नतीजतन भड़की। उन्होंने कहा, मालदा की घटना छोटी घटना नहीं है। मैं तृणमूल कांग्रेस सरकार से कहना चाहता हूं कि मालदा के मामले को सुलझाया जाना चाहिए। घटना के पीछे जो कोई शामिल हो, उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। केवल कुछ लोगों को गिरफ्तार करने से मामला नहीं सुलझ सकता।
सिंह के बयान पर जवाब देते हुए तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने कहा, श्रीमान राजनाथ सिंह, मालदा आपकी देन है। देश के गृह मंत्री के तौर पर आपको सांप्रदायिक तनाव भड़काने का मिशन नहीं चलाना चाहिए।