नई दिल्ली: इलाहाबाह हाईकोर्ट से अपनी बेटी आरुषि के कत्ल के मामले में बरी होने वाले राजेश और नूपुर तलवार अब से थोड़ी देर में किसी भी वक्त गाजियाबाद की डासना जेल से रिहा होंगे लेकिन रिहा होने से पहले उन्होंने बड़ा बयान दिया है। दोनों ने कहा है कि जेल से निकलने के बाद सबसे पहले वो अपनी बेटी के कातिल को तलाशेंगे। आरुषि के मम्मी-पापा ने ये बात जेल के सुरक्षाकर्मियों को बताई है। ये भी पढ़ें: राम रहीम की लाडली हनीप्रीत की करतूतों से हटा पर्दा, सहेली ने खोल दिए सारे राज़
इलाहाबाह हाईकोर्ट ने राजेश और नूपुर तलवार को संदेह का लाभ देते हुए बेटी के मर्डर के आरोप से बरी कर दिया है। अब से थोड़ी देर के बाद उनकी रिहाई होने वाली है। डासना जेल के सूत्रों ने इंडिया टीवी को बताया कि कल रात राजेश और नूपुर तलवार ने उन लोगों को बताया कि अब उनकी ज़िन्दगी का मकसद सिर्फ और सिर्फ अपनी बेटी के क़ातिलों की तलाश करना है।
जेल के सूत्रों की मानें तो फैसले से पहले राजेश और नूपुर तलवार काफी गुमसुम थे, लेकिन फैसला आने के बाद दोनों के चेहरे चहक रहे हैं। हाईकोर्ट के फैसले से बेशक तलवार दंपति की जेल से रिहाई का रास्ता साफ हो गया हो लेकिन आरुषि को न्याय मिलने की उम्मीद एक बार फिर अधूरी रह गई। हाईकोर्ट के फैसले से एक बार फिर वही सवाल सामने खड़ा हो गया है जिसका जवाब नौ साल से पूरा देश मांग रहा है.... आखिर कातिल कौन है?
आखिर 14 साल की आरुषि की बंद घर में हत्या किसने की और किसने चुपचाप आकर नौकर हेमराज का कत्ल करके शव छत पर फेंक दिया? बगल के कमरे में सो रहे मां बाप को भी पता नहीं चला। अनुमान और आकलन के आधार पर सीबीआई की अदालत द्वारा सुनाए गए इस फैसले में ऐसे कई अनसुलझे सवाल थे जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता था लेकिन जवाब ना पुलिस दे पा रही थी, ना सीबीआई।