तीन महीने पहले जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा लिया गया था और इसके बाद घाटी में बंद जैसे हालात थे। अब धीरे-धीरे यहां के हालात सामान्य नजर आ रहे हैं। घाटी में दुकानें दिनभर खुली रहती हैं, पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी आम दिनों की तरह नजर आ रहा है और ट्रेन सेवाएं भी बहाल कर दी गई हैं। इंडिया टीवी ने मंगलवार की रात श्रीनगर के मुख्य अस्पताल में रोगियों की भीड़ का दृश्य दिखाया।
घाटी के दुकानदार अबतक आतंकवादियों की धमकियों से डरते थे। उन्हें दुकान खोलने पर आतंकियों की तरफ से जान से मारने की धमकियां मिलती थीं। कश्मीर घाटी के अन्य शहरों जैसे, बारामुला, उरी, कुपवाड़ा और बांदीपोर में भी बाजार एक बार फिर से खुल गए हैं। श्रीनगर की सड़कों पर मिनी बसें, ऑटो और दोपहिया वाहन आम दिनों की तरह चल रहे हैं। घाटी में हाल ही में संपन्न 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों की बड़ी उपस्थिति घाटी में हालात सामान्य होने की ओर इशारा करती है।
अब जबकि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है, केंद्र को पूरे एक्शन में आने का वक्त आ गया है। घाटी को और ज्यादा अस्पताल, स्कूल और कॉलेजों के साथ-साथ बढ़िया इन्फ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट की जरूरत है। पिछले 72 वर्षों से घाटी के लोग इन सुविधाओं से वंचित हैं। काफी पैसा घाटी में विकास के नाम पर बहाया गया और अब लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं।
मुझे उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी सरकार लोगों की उम्मीदों को जल्द से जल्द पूरा करने की पूरी कोशिश करेगी। राज्य प्रशासन ने पहले ही उन सेब उत्पादकों को मुआवजा देने का वादा किया है, जिनकी फसल सर्दियों की शुरुआत में खराब हो गईं। इन्हें जितनी जल्दी मुआवजा दिया जाए, उतना बेहतर है।
मंगलवार रात इंडिया टीवी ने अपने शो 'आज की बात' में यह दिखाया कि कैसे भारी बर्फबारी के बीच सेना के जवान नियंत्रण रेखा पर दिन-रात चौकस होकर निगरानी कर रहे हैं। इनमें कुछ जवानों ने नॉर्दर्न आर्मी कमांडर से कहा कि वे रोजाना मुश्किल से चार घंटे ही सो पाते हैं और उनका ज्यादातर समय घुसपैठियों पर नजर रखने में बीतता है।
मैं सभी से अपील करूंगा कि वे पीएम नरेंद्र मोदी की उस अपील को अमल में लाएं कि हमारी फौज के जवान जब भी जहां भी दिखें, चाहे वो एयरपोर्ट हो, रेलवे स्टेशन हो या मार्केट, उन्हें खड़े होकर सलाम करें और उनके लिए तालियां बजाएं। ये जवान हमारी रक्षा करते हैं और इन्हीं जवानों की वजह से हम अपने घर में आराम से सो पाते हैं। हमारे बहादुर सैनिकों को हमारे पूर्ण समर्थन की जरूरत है। (रजत शर्मा)
देखिए, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 19 नवंबर 2019 का पूरा एपिसोड