भारत सरकार 1954 से हज यात्रियों को हवाई यात्रा के लिए सब्सिडी दे रही है। मंगलवार को चौंसठ साल बाद सरकार ने हज सब्सिडी को पूरी तरह खत्म करने का फैसला किया। अब इससे जो पैसा बचेगा उसे मुस्लिम छात्रों के शिक्षा पर खर्च किया जाएगा। समाज के विभिन्न तबकों से हज सब्सिडी को पूरी तरह से खत्म करने की मांग एक अर्से से की जा रही थी। 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि वह चरणबद्ध तरीके से हज सब्सिडी को पूरी तरह खत्म करे। चूंकि इस सब्सिडी का पैसा सीधे एयरलाइन को मिलता था और हज यात्रियों को कोई पैसा नहीं मिलता था, इसलिए हज सब्सिडी को खत्म करना पडा । यह बात मौलाना समझ रहे हैं, उलेमा समझ रहे हैं, हज पर जाने वाले भी समझ रहे हैं लेकिन आजम खान जैसे कुछ नेता जानबूझकर समझना नहीं चाहते क्योंकि उन्हें इसमें भी मुसलमानों का वोट दिख रहा है। हज सब्सिडी वापस लेना सही दिशा में उठाया गया कदम है और इस मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। (रजत शर्मा)