उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरे साल अयोध्या में भव्य दिवाली समारोह का आयोजन किया। इस साल के समारोह का अंतर ये रहा कि दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किमजुंग-सुक ने इस समारोह में हिस्सा लिया। इस समारोह में वे एक खूबसूरत साड़ी पहने हुए थीं। सरयू के तट पर तीन लाख से ज्यादा दीये जलाए गए और पूरी अयोध्या उत्सव के रंग में सराबोर नजर आई। इस समारोह के लिए सड़कें चौड़ी की गईं और उन्हें साफ किया गया। पूरे शहर को लेजर शो से रोशन किया गया।
इस अवसर पर अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा की और कहा कि इस हवाई अड्डे का नाम भगवान राम के नाम पर होगा। योगी ने भगवान राम के पिता दशरथ के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना और फैज़ाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या करने का ऐलान किया। उन्होंने राम की प्रतिमा की स्थापना के बारे में कुछ नहीं कहा लेकिन विवादित जगह पर मंदिर बनाने के मुद्दे पर वे बेहद नपे-तुले अंदाज में बोले।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, हर शख्स जानता है कि पूरे देश की इच्छा (भगवान राम के जन्मस्थल पर मंदिर का निर्माण) क्या है और इस धरती की कोई ताकत अयोध्या के साथ अन्याय नहीं कर सकती।
योगी एक संवैधानिक पद पर हैं। वे मुख्यमंत्री हैं और उन्हें जितना बोलना चाहिए उन्होंने उतना ही बोला। इशारों में अपनी बात भी कह दी और पद की गरिमा का भी ख्याल रखा। लेकिन बड़ी बात ये है कि योगी ने अयोध्या को विश्व पर्यटन के नक्शे पर ला दिया।
अगर अयोध्या में हर साल इसी तरह दिवाली मनाई जाती रही तो सरयू के घाट साफ रहेंगे। अयोध्या की गलियां साफ-सुथरी रहेंगी और स्ट्रीट लाइट्स अच्छी होंगी। यहां अच्छे होटल होंगे और विश्वस्तरीय अस्पताल और हवाई अड्डे होंगे। ऐसे में प्रगति और आधुनिकता को ओर बढ़ते अयोध्या के कदम को कौन रोक सकता है? पहले अयोध्या में राम राज्य की तर्ज पर शासन व्यवस्था हो..लोगों के जीवन में सुख समृद्धि आए और फिर श्रीराम के जन्मस्थान पर मंदिर बने, ये तो रामभक्त भी चाहेंगे। योगी आदित्यनाथ अपने भाषण में यही संदेश देना चाहते थे।
आप सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!
रजत शर्मा