जब मैंने रविवार की दोपहर सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी की चौंकाने वाली खबर सुनी, तबसे मैं यही सोच रहा हूं: ऐसा कैसे हो सकता है? उन्होंने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? मानता हूं कि वह दिक्कतों, मुश्किलों का सामना कर रहे थे, लेकिन ये चीजें हमेशा तो नहीं रहतीं। वह अपने करीबी लोगों से बात कर सकते थे। वह अपने दर्द को अपने नजदीकी दोस्तों के साथ साझा कर सकते थे। यह अकेले सुशांत की समस्या नहीं है। हर दिन लाखों लोग इस तरह के संघर्ष से गुजर रहे हैं। इसलिए मैंने सोमवार की रात अपने प्राइम टाइम शो 'आज की बात' में लोगों को यह समझाने का फैसला किया कि जिंदगी ही सब कुछ है। जब तक आप जिंदा हैं, आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं, लेकिन एक बार जब आप जिंदगी की लौ को बुझा देते हैं, तो सब हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।
सुशांत को उनके परिजनों और सह-कलाकारों की मौजूदगी में सोमवार को अंतिम विदाई दी गई। उनके शव का पोस्टमॉर्टम किया गया और पुलिस को फिलहाल उनकी मौत में कुछ भी संदिग्ध नहीं लग रहा है। पुलिस का मानना है कि उनकी मौत फांसी पर लटकने और दम घुटने से हुई है। उनके शरीर पर किसी तरह की बाहरी चोट के निशान नहीं मिले। बांद्रा पुलिस ने ऐक्सिडेंटल डेथ का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने सुशांत की बहन और उनके ऐक्टर दोस्त सिद्धार्थ पीठानी समेत 6 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। सुशांत के साथ उनके फ्लैट में 4 लोग रहते थे। इनमें बिहार के 2 रसोइए, एक क्लीनर और सिद्धार्थ पीठानी शामिल हैं।
पुलिस को दिए बयान में सिद्धार्थ ने बताया है कि सुशांत के उनकी गर्लफ्रेंड के साथ रिश्ते पिछले कुछ महीने से ठीक नहीं चल रहे थे। उनके बीच अक्सर अनबन होती थी। सुशांत के परिजनों को उनके पारिवारिक मामलों में रिया की दखलंदाजी पसंद नहीं थी, जबकि रिया को ये बात नापसंद थी कि सुशांत ने सिद्धार्थ को अपने घर पर रखा है। बाद में रिया अपने एक दोस्त के यहां रहने चली गईं। पुलिस को यह भी बताया गया कि रिया का सुशांत की बहन ऋतु सिंह से भी झगड़ा हुआ था, जिसके बाद सुशांत और रिया के रिश्तों में तनाव बेहद बढ़ गया था। अब पुलिस जल्द ही रिया चक्रवर्ती से भी पूछताछ करने वाली है। ये भी पता चला है कि सुशांत ने एक महीने से अपने पिता और बहनों से भी बातचीत कम कर दी थी। लॉकडाउन के दौरान वह घर से बाहर नहीं निकलते थे।
सवाल कई हैं, लेकिन सही जवाब अभी किसी के पास नहीं हैं। सुशांत की खुदकुशी की वजह किसी को समझ नहीं आ रही। उनका बॉलीवुड करियर ठीक-ठाक चल रहा था। उनकी पहली फिल्म भी हिट थी और आखिरी फिल्म सुपर हिट। उनकी फिल्मों को कमर्शियल के साथ-साथ क्रिटिकल अक्लेम मिल रहा था। सुशांत की काम की भी तारीफ हो रही थी। उनके पास तीन-चार नए प्रोजेक्ट भी थे। सुशांत सिर्फ 34 साल के थे, और उम्र भी उनके साथ थी। ऐसे में उनकी खुदकुशी ने सबको हैरान कर दिया है। बॉलीवुड में भी ज्यादातर लोग शॉक्ड हैं। उनकी खुदकुशी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि सुशांत को बॉलीवुड के कुछ दिग्गजों द्वारा दरकिनार किया जा रहा था, क्योंकि वह एक ‘आउटसाइडर’ थे। कहा जा रहा है कि बॉलीवुड में कुछ बड़े नामों ने सुशांत को एक्सेप्ट नहीं किया और उन्हें बड़े प्रॉजेक्ट्स से बाहर बाहर किया जाता रहा। बॉलीवुड के कुछ दिग्गजों पर भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि बड़ी फिल्मों में ‘आउटसाइडर्स’ को मौका ही नहीं दिया जाता।
यह आरोप लगाया जा रहा है कि बॉलीवुड में अब कई बड़े कैंप बन गए हैं। मशहूर ऐक्ट्रेस कंगना रनौत ने तो सुशांत की खुदकुशी को 'प्लान्ड मर्डर' तक बता दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने शानदार अभिनय के बावजूद, सुशांत को न तो कभी स्वीकार्यता मिली और न ही उन्हें अवॉर्ड्स मिले। कंगना ने सुशांत के कुछ इंस्टाग्राम पोस्ट्स का जिक्र किया, जिसमें वह अपनी एक फैन से कह रहे थे कि उनका ‘इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर नहीं है।’ उन्होंने अपनी फैन से कहा, यदि आप चाहती हैं कि मैं बॉलीवुड में सर्वाइव करूं तो प्लीज मेरी फिल्म जरूर देखिए।
जरा सोचिए, सुशांत ने अखिल भारतीय स्तर पर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में सातवीं रैंक हासिल की। वह नैशनल लेवल पर फिजिक्स में ओलंपियाड विजेता रहे हैं, और वह एक छात्र से उसकी परीक्षा के बावजूद फिल्म देखने के लिए कह रहे थे। क्या वह इतने असुरक्षित और हताश थे? और ऐसी डेस्परेशन एक ऐक्टर तभी दिखाता है जब उसे मालूम हो कि अगर उसकी एक भी फिल्म फ्लॉप हो गई तो उसे बैक करने वाला कोई नहीं होगा और उसे काम मिलना बंद हो जाएगा। एक इंटरव्यू में सुशांत ने कहा था कि फिल्म उद्योग में भाई-भतीजावाद है और अगर नई प्रतिभाओं को मौका नहीं मिलता है तो बॉलीवुड किसी दिन बिखर जाएगा।
‘मासूम’और ’मिस्टर इंडिया’जैसी क्लासिक फिल्में बनाने वाले मशहूर निर्देशक शेखर कपूर ने भी सुशांत की मौत पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा: 'मुझे मालूम है कि आप दर्द से गुजर रहे थे। मैं उन लोगों की कहानी जानता हूं जिनकी वजह से आप इतनी बुरी तरह टूटे कि मेरे कंधे पर सिर रखकर रोए। काश पिछले 6 महीने में आपके इर्द-गिर्द होता। काश आप आप मुझ तक पहुंच पाते। जो आपके साथ हुआ, वह उन लोगों के कर्म हैं, आपके नहीं।' आपको बता दें कि सुशांत के साथ शेखर कपूर ‘पानी’ नाम की फिल्म बनाने वाले थे, लेकिन इस प्रॉजेक्ट को यशराज फिल्म्स ने कैंसिल कर दिया था।
खैर, सुशांत की खुदकुशी की जो भी वजह हो, लेकिन एक बात तो सभी मानते हैं कि वह न सिर्फ एक अच्छे ऐक्टर थे बल्कि उनके पास एक तेज दिमाग भी था। सुशांत की खुदकुशी पहली नहीं है, लेकिन हमें दुआ करनी चाहिए कि यह आखिरी हो। हम सभी से सिर्फ ये अपील कर सकते हैं कि फिर ये रास्ता कोई ना चुने। सारी समस्याओं का हल जरूर होता है। कोई कितना भी मजबूत हो उसे चुनौतियों और बाधाओं का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए, हल निकल जाता है। आत्महत्या कोई सही रास्ता नहीं है, यह कोई हल नहीं है। आत्महत्या से सिर्फ एक इंसान हीं मरता, बल्कि उसके परिजनों और परिचितों के सपने भी मर जाते हैं।
माता-पिता को जब पता चलता होगा कि उनके बच्चे ने आत्महत्या की है, तब उनकी हालत के बारे में सोचिए। उनकी पूरी दुनिया उजड़ जाती है। फिल्म और टीवी उद्योग में कई नौजवान और महिलाएं हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं: हारने का मतलब यह नहीं है कि आप हार मान लें। असफल होने का मतलब यह नहीं है कि आप सफलता की उम्मीद छोड़ दें। यदि आप सपने देखना चाहते हैं, बड़ा बनना चाहते हैं, मशहूर होना चाहते हैं, तो आपको बड़ी बाधाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। एक बार लड़खड़ाने का मतलब यह नहीं है कि आप कभी भी अपनी लय में वापस नहीं आ सकते। इसलिए हिम्मत न हारें। और जब हिम्मत टूटने लगे तो उनके बारे में सोचिए जो आपको बहुत प्यार करते हैं, जो चाहते हैं कि आपको कामयाबी मिले, जो आपसे उम्मीदें लगाते हैं, और जिनके सपनों में आप आते हैं। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 15 जून, 2020 का पूरा एपिसोड