अगले महीने हरियाणा और झारखंड के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों में एक-दूसरे को टक्कर देने के लिए सभी प्रमुख और क्षेत्रीय दल कमर कस रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नासिक में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया। अपने भाषण में मोदी ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के काम की तारीफ की और उनके लिए एक और कार्यकाल मांगा। अन्य मुद्दों के अलावा उन्होंने कश्मीर और स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर पर भी खूब बात की।
मोदी ने कहा, ‘पहले हम 'कश्मीर हमारा है’ का नारा बुलंद करते थे, लेकिन अब हमारा नारा ‘कश्मीर को बनाना है’ होना चाहिए। जम्मू-कश्मीर को जन्नत में बदलने का वक्त आ गया है। पहले ही हम आतंकवाद के कारण कश्मीर में 42,000 लोगों को खो चुके हैं।’ प्रधानमंत्री के भाषण से यह साफ है कि कश्मीर चुनावी मुद्दों की लिस्ट में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में सबसे ऊपर होगा। इन सभी सूबों में बीजेपी की नजरें एक और कार्यकाल पर हैं।
गुरुवार को मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि अनुच्छेद 370 को रद्द करने का फैसला ‘130 करोड़ भारतीयों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए’ लिया गया था। मोदी ने कहा, ‘घाटी में अशांति फैलाने के लिए सीमा पार (पाकिस्तान) से लगातार कोशिशें की जा रही हैं। जम्मू-कश्मीर में युवाओं, माताओं और बहनों ने अब हिंसा के लंबे दौर से बाहर निकलने का मन बना लिया है। अब वे तरक्की और रोजगार चाहते हैं।’
मोदी ने कश्मीर का जिक्र इसलिए किया क्योंकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने हाल ही में घाटी में विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी की आलोचना की थी। मोदी ने कहा, ‘मैं कांग्रेस का भ्रम समझ सकता हूं। लेकिन शरद पवार? मुझे बुरा लगता है जब उनके जैसा अनुभवी नेता वोट के लिए गलत बयान देता है। उन्होंने कहा कि वह पड़ोसी देश को पसंद करते हैं। ऐसा लगता है कि वह उन्हें हमसे बेहतर समझते हैं, लेकिन दुनिया को पता है कि आतंक की फैक्ट्री कहां हैं।’
मोदी ने इसके बाद महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर की बात की, जिनका महाराष्ट्र के लोग काफी सम्मान करते हैं। पीएम ने कहा, ‘महाराष्ट्र ने कई बहादुर बेटों को जन्म दिया है, जैसे स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर। यह सावरकर ही थे जो आजादी की लड़ाई के दिनों में अंग्रेजों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के बावजूद प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मुस्कुराते रहते थे। सावरकर एक ऐसे नेता थे जिन्होंने हमारे युवाओं में राष्ट्रवाद के गौरव का संचार किया था।’
मोदी ने सावरकर का मुद्दा इसलिए उठाया क्योंकि 2016 में कांग्रेस पार्टी ने सावरकर को ‘गद्दार’ करार देते हुए कई ट्वीट्स पोस्ट किए थे और आरोप लगाया था कि उन्होंने ‘अंग्रेजों से दया की भीख मांगी थी।’ सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने मुंबई की एक अदालत के समक्ष शिकायत दर्ज की थी। कोर्ट ने अब पुलिस को इस मामले में राहुल गांधी से पूछताछ करने का निर्देश दिया है। निश्चित रूप से, जैसे-जैसे चुनाव अभियान आगे बढ़ता जाएगा, इस मुद्दे को और भी हवा मिलती जाएगी। (रजत शर्मा)
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