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Rajat Sharma's Blog: इमरान खान इतने हताश क्यों हैं?

इमरान खान यह अच्छी तरह जानते हैं कि जंग हुई तो पाकिस्तान का क्या हाल होगा। वे जानते हैं कि परंपरागत युद्ध में पाकिस्तान कभी भारत से जीत नहीं सकता।

Written by: Rajat Sharma @RajatSharmaLive
Published on: September 14, 2019 19:23 IST
Rajat Sharma's Blog: Why Imran Khan sounds desperate?- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Rajat Sharma's Blog: Why Imran Khan sounds desperate?

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में एक रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने युद्ध को भड़काने वाला उत्तेजक भाषण दिया। इमरान ने कहा, वो जानते हैं कि पाकिस्तानी नौजवान कश्मीर के लिए लड़ने को तैयार हैं। वे भारत की सरहद में घुसपैठ के लिए तैयार हैं। इमरान ने कहा कि 'अभी कश्मीर की तरफ जाने की जरूरत नहीं है। जब सही वक्त होगा...तब वो इशारा करेंगे और पाकिस्तानी लोग नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करेंगे।' उन्होंने कहा कि लोग उनकी (इमरान) संयुक्त राष्ट्र की यात्रा पूरी होने के बाद, उनके इशारे का इंतजार करें। 

यह पाकिस्तानी नेतृत्व का नया पैंतरा लग रहा है, जो कश्मीर मुद्दे पर दुनिया की प्रमुख विश्व शक्तियों से समर्थन प्राप्त करने में विफल होने के बाद पूरी तरह से हताश है। यही वजह है कि पाकिस्तान के नेता, चाहे सिविलियन हों या मिलिट्री, दोनों युद्ध की बातें कर रहे हैं। उनकी इस मुहिम का नेतृत्व प्रधानमंत्री इमरान खान कर रहे हैं, जो घरेलू आर्थिक संकट से अपने लोगों का ध्यान हटाने के लिए, जम्मू-कश्मीर की ओर मार्च करने का आह्वान कर रहे हैं। 

शुक्रवार की रैली में हिस्सा लेकर इमरान खान ने एक महीने के अंदर पीओके की तीसरी यात्रा की है। वे एक महीने में तीसरी बार पीओके में थे। इमरान के साथ उनके गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, रेल मंत्री समेत तमाम मंत्री और पार्टी के नेता मौजूद थे। चूंकि अब इमरान की अपील पर उनके जलसों में लोग नहीं आते, इसलिए भीड़ इकट्ठी करने के लिए इमरान खान अपने साथ पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी शाहिद अफरीदी के अलावा फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों और गायकों को लाए थे। भीड़ जमा करने के लिए इमरान की रैली में पहले गाना-बजाना हुआ। 

इसके बाद इमरान ने कश्मीर का रोना रोया। उन्होंने भारत और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला बोला। इमरान ने कहा कि अगर दुनिया ने पाकिस्तान की आवाज नहीं सुनी और कश्मीर मसले पर नरेन्द्र मोदी को नहीं रोका तो जंग होगी। उन्होंने कहा, 'अगर नरेन्द्र मोदी ने हिन्दुस्तानी फौज को पाकिस्तान की सरहद में भेजा तो पाकिस्तान खामोश नहीं बैठेगा। हम ईंट का जबाव पत्थर से देंगे।' पाकिस्तान के पीएम ने विश्व शक्तियों को भी 'इस्लामिक समुदाय से गंभीर परिणाम' की चेतावनी दी, अगर वह कश्मीर मुद्दे की अनदेखी करता रहा।

हालांकि, इमरान खान यह अच्छी तरह जानते हैं कि जंग हुई तो पाकिस्तान का क्या हाल होगा। वे जानते हैं कि परंपरागत युद्ध में पाकिस्तान कभी भारत से जीत नहीं सकता। इसलिए उन्होंने रुख बदलते हुए पाकिस्तानी युवाओं से कहा है कि वे एलओसी पार करने के लिए तैयार रहें। अब इमरान खान को कौन समझाए कि जंग लड़ना फौज का काम है, आवाम का नहीं।

सितंबर के अंतिम सप्ताह में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक हो रही है, जो कि हर साल होती है। इस महत्वपूर्ण बैठक को दोनों प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी और इमरान खान संबोधित करनेवाले हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस हफ्ते जिनेवा में आयोजित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद् की बैठक में कश्मीर मुद्दे को उठाया, लेकिन दुनिया की बड़ी शक्तियों में से किसी ने भी उनका समर्थन नहीं किया।

पाकिस्तान के गृह मंत्री ऐजाज अहमद शाह ने कहा है कि 'दुनिया अब पाकिस्तान को नहीं सुन रही है'। यही वजह है कि इमरान खान ने शुक्रवार को पश्चिमी शक्तियों को चेतावनी दी कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच जंग हुई तो वे भी इसके असर से नहीं बचेंगे और इसकी जिम्मेदारी दुनिया के बड़े मुल्कों की होगी। यह स्पष्ट तौर पर पाकिस्तानी नेतृत्व की हताशा को दर्शाता है। 

वैसे हकीकत यही है कि जम्मू- कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का अंदरूनी मसला है और चुनी हुई सरकार को भारत के संविधान में संशोधन का हक है।  फिर भी पाकिस्तान इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान का तर्क है कि यह एक पुराना विवाद है जिसमें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत है और यह  इलाका उसके हिस्से में भी आता है। 

इमरान खान पाकिस्तानी आवाम की उम्मीदों पर बुरी तरह फेल हुए हैं। महंगाई, आर्थिक संकट और घटते विदेशी भंडार से निपटने में अपनी सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने की वे कोशिश कर रहे हैं। उकसावे वाले उनके बयान युद्ध की वजह हो भी सकते हैं या नहीं, लेकिन उन्हें हकीकत पर भी नजर रखनी चाहिए। सच्चाई यही है कि 1948 से लेकर अभी तक भारत ने पाकिस्तान के साथ चार युद्ध लड़े और चारों में भारत की जीत हुई है। जितनी जल्दी पाकिस्तानी नेतृत्व इस सच को महसूस करे, इसे समझे, उतना ही अच्छा है। (रजत शर्मा)

देखें, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 13 सितंबर 2019 का पूरा एपिसोड

 

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