सोमवार को सबकी जुबान पर एक ही सवाल था: 64 साल के अमेरिकी नागरिक ने लास वेगास में बेकसूर लोगों पर फायरिंग क्यों की? पुलिस उस हत्यारे के घर पहुंची, तलाशी ली गई लेकिन अभी तक इसका कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। यह बताया जा रहा है कि वह 32वें फ्लोर पर स्थित अपने होटल के कमरे में 28 बंदूकें और हजारों गोलियां लेकर गया था। वह कई दिनों से इसकी योजना बना रहा था। उसने अपनी बंदूक से नीचे भीड़ पर गोलियों की बौछार के लिए दो ट्राइपॉ़ड लगाए थे। आमतौर पर इस तरह की फायरिंग की तीन वजह हो सकती है। पहली तो ये कि फायरिंग करने वाला किसी आतंकवादी संगठन से जुड़ा हो। हालांकि ISIS ने इसकी जिम्मेदारी ली है लेकिन अभी तक इस बात के कोई सुराग, कोई सबूत नहीं मिले। दूसरी वजह मेंटल डिसऑर्डर हो सकता है लेकिन इस आदमी का पिछला ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है। तीसरी वजह तत्काल उत्तेजना (immediate provocation) हो सकती है। अपुष्ट (unconfirned) रिपोर्ट्स तो यह है कि इस हत्यारे के साथ जो महिला थी उसका कुछ लोगों से झगड़ा हुआ था और उसने कहा था कि हम तुम सब लोगों को मार देंगे। लेकिन इसके बारे में पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। एक बात निश्चित है कि हत्यारे का इरादा और नीयत दोनों खराब थे क्योंकि वह अपने होटल के कमरे में 10 ऑटोमैटिक रायफल लेकर आया था। उसके पास कारतूस मौजूद थे। उसने बिना सोचे समझे अंधाधुंध फायरिंग की। यह भयानक नरसंहार अमेरिका में बंदूकों की आसानी से उपलब्धता के चलते पैदा होने वाले खतरों के बारे में सवाल उठाता है। (रजत शर्मा)