यह बेहद अनोखा मामला है जिसमें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पीएचडी स्कॉलर मन्नान बशीर वानी कश्मीर जाकर हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकवादी बन जाता है। आतंकी संगठन हिजबुल ने भी मन्नान वानी के शामिल होने की मंगलवार को पुष्टि कर दी। पीएचडी स्कॉलर मन्नान बशीर वानी के आतंकवादी बनने की खबरों को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने काफी गंभीरता से लिया है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की तरफ से फिलहाल मन्नान को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि वानी के दोस्त कह रहे हैं कि उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनका दोस्त आतंकवादी क्यों बन गया। वानी के माता-पिता उसके शीघ्र मुख्यधारा में लौट आने की प्रार्थना कर रहे हैं। एके-47 राइफल के साथ वानी की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह सही है कि कश्मीर के बहुत से नौजवान आंतकवादियों के बहकावे में आए हैं। उन्होंने हथियार उठाए, बंदूकों के साथ उनकी तस्वीरें जारी की गईं लेकिन ज्यादातर लड़के अपने माता-पिता के आंसू देखकर वापस लौट आए। कश्मीर में रहने वाले हर माता-पिता की ये जिम्मेदारी है कि वो अपने बच्चों को समझाएं, आतंकवाद के खतरे के बारे में बताएं। क्योंकि आतंकवादी अपने काम में लगे रहेंगे और पाकिस्तान भी उनकी मदद करता रहेगा। अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी सीआईए (CIA) के चीफ माइक पॉम्पियो ने भी जोर देकर कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकवादियों को संरक्षण दे रहा है। नौजवानों को मौत के रास्ते पर धकेला जा रहा है और यह अमेरिका बर्दाश्त नहीं करेगा। (रजत शर्मा)