अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि मोदी कश्मीर मसले से निपटने का सामर्थ्य रखते हैं।
जब एक रिपोर्टर ने पूछा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ये माना है कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई ने अल कायदा और कई आतंकी संगठनों को प्रशिक्षित किया था, ऐसे में वह क्या संदेश देना चाहते हैं, ट्रम्प ने कहा: ‘संदेश मुझे नहीं देना बल्कि प्रधानमंत्री मोदी को देना है और मुझे लगता है कि उन्होंने उस दिन(ह्यूस्टन में) तेज आवाज़ और स्पष्ट लहजे में अपना संदेश दे दिया है। मुझे विश्वास है कि वे हालात को संभाल लेंगे।’
ट्रम्प ने कहा कि उन्होने इमरान खान का बयान तो नहीं सुना है, लेकिन ये कहा कि- 'मुझे यह पता है, आपके प्रधानमंत्री इसका ध्यान रखेंगे। आपके पास बहुत अच्छे प्रधानमंत्री हैं, वह सभी समस्याएं हल कर लेंगे। मुझे इस बारे में कोई संदेह नहीं है।'
पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद पर ट्रम्प ने कहा: 'आपने आतंकवाद पर पाकिस्तान का जिक्र किया लेकिन ईरान को इस लिस्ट में टॉप पर रखना होगा... यह बहुत अच्छा होगा यदि वे (भारत और पाकिस्तान) कश्मीर पर कोई हल निकाल सके, हम सभी यह देखना चाहते हैं..मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री मोदी और इमरान खान जब एक-दूसरे को अच्छी तरह जान जाएंगे तो मुलाकात करेंगे। मुझे लगता है कि उनकी मुलाकात से बहुत सारी अच्छी चीजें निकलकर आएंगी।'
न्यूयॉर्क में भारतीय अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को इस बात से अवगत करा दिया था कि उन्हें इमरान खान के साथ बातचीत करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन पाकिस्तान को पहले आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने होंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी को पाकिस्तान के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और राजनयिक पिछले कई हफ्तों से कूटनीतिक स्तर पर काफी सक्रिय थे और कश्मीर मुद्दे पर अमेरिकी मध्यस्थता और अंतर्राष्ट्रीय समर्थन प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे।
वहीं दूसरी ओर, ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी को 'फादर ऑफ इंडिया' बताते हुए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा: " मुझे पिछले ज़माने का भारत याद है । फस समय बहुत से आपसी झगड़े थे , असंतोष था लेकिन मोदी सबको एक साथ लाए। जैसे एक पिता सबको साथ लाता है, शायद मोदी फादर ऑफ इंडिया हैं। हम तो उन्हें फादर ऑफ इंडिया कहेंगे।'
ह्यूस्टन के कार्यक्रम का जिक्र करते हुए ट्रम्प ने मोदी की तुलना लोकप्रिय अमेरिकी गायक एल्विस प्रेस्ले से की। ट्रम्प ने कहा- 'मेरे दाहिने ओर बैठे इस सज्जन के लिए लोगों में गजब का प्यार दिखा। लोगों में उनके लिए गजब का जुनून था, वे एल्विस की तरह हैं। ऐसा लगा जैसे एल्विस प्रेस्ले वापस आ गए।'
राष्ट्रपति ट्रम्प ने साफ-साफ कहा कि जब तक भारत नहीं चाहेगा, तब तक वो कश्मीर मामले में मध्यस्थता नहीं कर सकते। भारत अपने रुख पर अडिग है कि जम्मू और कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और जब तक पाकिस्तान आतंकवादियों को बढ़ावा देना बंद नहीं करेगा, तब तक द्विपक्षीय वार्ता करने का कोई मतलब नहीं है। पिछले 72 वर्षों में हमेशा पाकिस्तान अपने वादों से मुकरता रहा है।
ये सब देखने के बाद नरेंद्र मोदी के साथ इमरान खान की तुलना करने का कोई मतलब नहीं रह गया है। भारतीय प्रधानमंत्री सही मायने में दुनिया के एक शीर्ष और शक्तिशाली नेता के रूप में उभरे हैं, जबकि इमरान खान को अब ये सोचना है कि वे खाली हाथ पाकिस्तान लौट कर अपनी अवाम को क्या जबाव देंगे। (रजत शर्मा)
देखें, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 24 सितंबर 2019 का पूरा एपिसोड