गुरुवार को जम्मू बस स्टैंड पर एक ग्रेनेड विस्फोट में 2 लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। यह घटना पाकिस्तान के अंदर घुसकर भारत द्वारा किए गए हवाई हमले के बाद सीमापार बैठे आतंकी संगठनों और उनके संचालकों की रणनीति में बदलाव की ओर इशारा करती है।
उन्होंने एक ऐसा तरीका इस्तेमाल किया जिसमें इस तरह के हमले को रोकना असंभव था। एक कश्मीरी लड़का अपनी पीठ पर लाल रंग का रुमाल बांधकर बस के जरिए श्रीनगर से जम्मू पहुंचा। इसके बाद उसने एक बस के नीचे ग्रेनेड फेंका, और दूसरी बस में सवार होकर वापस चला गया। यह तो अच्छा था कि कलर सीसीटीवी फुटेज के जरिए उसकी पहचान हो गई और जम्मू पुलिस ने उसे कुछ ही घंटों के अंदर नगरोटा चेक पोस्ट पर दबोच लिया। हमलावर का दावा है कि उसे हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर ने इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के लिए कहा था। किसी भी स्तर की निगरानी करके इस तरह के हमलों को रोकना मुश्किल है लेकिन जम्मू और कश्मीर पुलिस की तारीफ करनी होगी कि उन्होंने सिर्फ 4 घंटे के अंदर हमलावर को पकड़ लिया।
मैं वह बात दोहराना चाहूंगा जो मैंने आपसे एक सप्ताह पहले कही थी। इस तरह के आतंकवादी आम लोगों के साथ घुल-मिल जाते हैं, अपने काम को अंजाम देते हैं और फिर भीड़ का फायदा उठाकर भाग जाते हैं। ऐसे आतंकियों को पकड़ना पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों के लिए संभव नहीं होता है। इस तरह की साजिश को तभी नाकाम किया जा सकता है जब आप और हम पूरी तरह सतर्क रहें। ऐसे हमलों को रोकने के लिए किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। हमें याद रखना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यों कहा था कि अगर 130 करोड़ भारतीय हमेशा सतर्क रहेंगे, तो आतंकवादी कभी भी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएंगे।
अब मैं लखनऊ में हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का जिक्र करना चाहूंगा। कुछ स्वयंभू भगवा कार्यकर्ताओं ने एक फुटपाथ पर सूखे मेवे बेचने वाले दो कश्मीरी व्यापारियों की पिटाई की, लेकिन एक स्थानीय नागरिक द्वारा सही समय पर हस्तक्षेप करने के कारण उन्हें रुकना पड़ा। ऐसे मुट्ठी भर लोगों की करतूत 130 करोड़ भारतीयों का सिर शर्म से झुका देती है। कश्मीरियों की पिटाई करने वाले इन गुंडों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उन्होंने दुनिया के सामने हमारे देश की बुरी तस्वीर पेश की। पाकिस्तान अपने फायदे के लिए इन वीडियो का दुरुपयोग करता है। आतंकवादी ऐसे वीडियो का इस्तेमाल कश्मीर में किशोरों का ब्रेनवॉश करने और भारत के प्रति नफरत की भावना पैदा करने के लिए करते हैं।
ऐसे गुंडों को कठोर और याद रखे जाने लायक सजा दी जानी चाहिए। साथ ही उनकी सजा के वीडियो को सोशल मीडिया पर भी दिखाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की हरकतें करते हुए ऐसे कट्टरपंथियों को डर लगे। तब दुनिया देख सकेगी कि भारत एक ऐसा देश है जो धर्म, जाति, लिंग या वर्ग की परवाह किए बगैर अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है। (रजत शर्मा)
देखें, आज की बात रजत शर्मा के साथ 7 मार्च 2019 का पूरा एपिसोड