मुंबई में स्पेशल NDPS कोर्ट ने शुक्रवार को अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, उसके भाई शौविक, उसके दोस्तों दीपेश सावंत, सैमुअल मिरांडा, संदिग्ध पेडलर्स अब्दुल बासित और जैद विलात्रा द्वारा दायर सभी 6 जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया। जज जी. बी. गुराव ने कहा कि रिया के घर से जब्त किए गए टैबलेट में बॉलीवुड पार्टियों के वीडियो और तस्वीरों की अभी तक जांच नहीं की गई है और इसलिए न्यायिक हिरासत जरूरी है। रिया को अब भायखला जेल में तब तक रहना होगा जब तक कि उसकी जमानत याचिका पर बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई नहीं हो जाती।
इस बीच दिल्ली में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के हेडक्वॉर्टर में NCB के डायरेक्टर जनरल राकेश अस्थाना ने फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग माफिया की हद और पहुंच की जांच के लिए अपने अधिकारियों के साथ एक शीर्ष स्तरीय बैठक की। NCB के लिए एक ऐक्शन प्लान बनाया गया ताकि फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स लेने के आदी और इसकी खरीद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। मुंबई की स्पेशल कोर्ट में NCB प्रॉसिक्यूटर ने रिया की जमानत याचिका का कड़ा विरोध करते हुए आरोप लगाया कि वह साफ तौर पर अवैध ड्रग्स की तस्करी से जुड़ी फाइनेंसिंग ऐक्टिविटी में शामिल थी और अन्य आरोपियों द्वारा दिए गए स्वैच्छिक बयान, वॉट्सएप चैट रिकॉर्ड, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और लैपटॉप एवं टैबलेट्स से मिली जानकारियां इस बात का समर्थन करती हैं।
NCB प्रॉसिक्यूटर ने अदालत को बताया, ‘याचिकाकर्ता (रिया) को सुशांत सिंह राजपूत द्वारा ड्रग्स के इस्तेमाल की बात पता थी और उसने ड्रग्स की खरीद करके खुद को इस अपराध में शामिल कर लिया। उसने अवैध ड्रग तस्करी से जुड़े पैसे के लेनदेन के लिए अपने क्रेडिट कार्ड और पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल किया है।’
NCB के वकीलों ने रिया के उन दावों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि उसे अपना गुनाह कुबूल करने के लिए मजबूर किया गया था, जिसे उसने औपचारिक रूप से वापस ले लिया है। NCB के वकील ने अदालत से बताया कि ‘स्वीकारोक्ति कानून के मुताबिक से ली गई थी और स्वीकार्य है। कानूनी सलाह के आधार पर अपनी स्वीकारोक्ति से पलट जाना एक नियमित प्रक्रिया है।’ उन्होंने अदालत को यह भी बताया कि रिया ने यह बात मानी थी कि वह अप्रैल 2019 से सुशांत सिंह राजपूत के साथ रह रही थी और अपने भाई शौविक और उसके साथियों बासित परिहार, कैजाम इब्राहिम और ज़ैद विलात्रा के जरिए सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदा करती थी। वकील ने कहा कि NDPS ऐक्ट की धारा 27ए के तहत ‘अपराधियों को प्रश्रय देना और अवैध तस्करी को फाइनैंस करना’ गैर-जमानती अपराध है।
रिया के भाई शौविक द्वारा NCB को दिए गए बयान में, जिसमें उसने विस्तार से बताया है कि कैसे उस तक ड्रग्स की सप्लाई की गई थी। शौविक ने NCB को बताया कि जब वह पिछले साल अप्रैल में पहली बार सुशांत सिंह से मिला था, तो उसे पता चला कि सुशांत नियमित रूप से बड और वीड्स (मारियुआना) स्मोक करते थे। इसकी पुष्टि उसके दोस्तों सिद्धार्थ पिठानी और सैमुअल हॉकीप ने भी कंफर्म की थी। अपने बयान में शौविक ने स्वीकार किया कि उसने कई बार सुशांत के लिए मारियुआना और हशीश की खरीद की।
अपनी बहन रिया के साथ वॉट्सऐप चैट में शौविक ने सुशांत के लिए हैश और मारियुआना की खरीद पर बात की थी। रिया ने उसे बताया था कि सुशांत दिन में कम से कम 4 से 5 बार मारियुआना ले रहे थे। चैट के दौरान शौविक ने अपनी बहन से कहा कि वह 5 ग्राम बड्स (क्यूरेटेड मारियुआना) की व्यवस्था करेगा। उसने अब्दुल बासित परिहार से संपर्क किया और रिया एवं सैमुएल मिरांडा को कीमत के बारे में बताया। उसने बासित परिहार के साथ मिरांडा का कॉन्टैक्ट नंबर शेयर किया। बासित ने ड्रग्स को जैद के हवाले किया, जिसने अगले दिन बांद्रा में लगभग 5 बजे इसे मिरांडा को डिलीवर कर दिया।
ऐसी खबरें हैं कि भायखला जेल की 10 बाई 15 फीट की सेल में रिया की रातें करवटों में गुजरी हैं और उसकी आंखों से नींद गायब थी। जमानत के लिए उसका इंतजार अब लंबा खिंचने वाला है। इस बीच, NCB फिल्म इंडस्ट्री उन हस्तियों के लिए अपना जाल बिछाने की प्लानिंग कर रही है, जो रिया के टैबलेट में तस्वीरों और वीडियो में नजर आए थे। सुशांत की मौत की जांच ने निश्चित रूप से एक बड़ा मोड़ ले लिया है। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 10 सितंबर, 2020 का पूरा एपिसोड