बुधवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने ऐलान किया कि 10वीं कक्षा के गणित और 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र के सभी परीक्षार्थियों को दोबारा परीक्षा देनी होगी जिसकी तारीख की घोषणा एक हफ्ते में कर दी जाएगी। दोनों विषयों के प्रश्न पत्र लीक होने की रिपोर्ट के बाद यह फैसला लिया गया। पूरे मामले की जांच का जिम्मा दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को सौंपा गया है जिसने प्रश्न-पत्र लीक करने में शामिल लोगों को पकड़ने और छापेमारी के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
मेरा दिल उन 22 लाख बच्चों के लिए दुखी है जिन्होंने रात-रात भर जाग कर पढ़ाई की। CBSE की परीक्षा के लिए कई महीने मेहनत की और ईमानदारी से इम्तेहान दिया। और अब उन्हें कुछ बेईमान लोगों की वजह से फिर से मेहनत करनी पड़ेगी।
हमें याद रखना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा शुरू होने से पहले बच्चों को टेंशन फ्री होकर परीक्षा देने के टिप्स दिए थे। लेकिन छात्रों को ऐसी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा, इसके बारे में उस वक्त पीएम मोदी ने भी नहीं सोचा था। प्रश्न पत्र का लीक होना पूरे सिस्टम की असफलता है। गलत तरीके से धन हासिल करने के चक्कर में मुट्ठी भर बेईमान लोगों ने लाखों छात्रों का भविष्य अनिश्चितता में डाल दिया है।
दिल्ली पुलिस को परीक्षा प्रश्न-पत्र लीक कराने वाले गिरोह का जल्दी से जल्दी पता लगाना चाहिए। इस गुनाह में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर उनपर शीघ्र कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस को उन लोगों को भी पकड़ना चाहिए, जो लोग सिस्टम में बैठकर पेपर लीक करानेवालों की मदद करते हैं। पुलिस को यह जानना चाहिए कि खुद प्रधानमंत्री इस घटना से नाराज हैं और उनकी नजर इस केस की जांच की प्रगति पर बनी हुई है। (रजत शर्मा)