बुधवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी के सीनियर नेताओं अहमद पटेल और अशोक गहलोत के साथ ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर में पूजा करने गए थे। उस रजिस्टर में अहमद पटेल के साथ राहुल गांधी के नाम की भी एंट्री कर दी गई जिसमें गैर हिन्दुओं के नाम दर्ज किए जाते हैं। पहले से ही गर्म चल रहे गुजरात के चुनावी माहौल में इससे एक नई हलचल पैदा हो गई। इस बात पर किसी ने कभी सवाल नहीं उठाया कि राहुल हिन्दू हैं या नहीं, लेकिन कांग्रेस को इसपर सफाई देनी पड़ रही है। कांग्रेस की तरफ से कहा जा रहा है कि राहुल एक शिवभक्त हैं, साथ ही राहुल गांधी की पुरानी तस्वीरें दिखाई जा रही हैं जिसमें राहुल गांधी जनेऊ धारण किए हुए हैं। सवाल है कि चुनाव के दौरान इस तरह की गलत हरकत के लिए कौन जिम्मेदार है? यह सही है कि यह गलती राहुल गांधी या अहमद पटेल ने नहीं की होगी। कांग्रेस के किसी छोटे कार्यकर्ता ने यह गलती की होगी। लेकिन कांग्रेस को चुनाव में इस छोटी गलती का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, क्योंकि यह मामला धर्म से जुड़ा है। गुजरात के लोग धर्म को लेकर संवेदनशील हैं और बीजेपी इस मुद्दे को उसी अंदाज में पेश करेगी। (रजत शर्मा)