शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के बीच लंबे समय से चली आ रही बातचीत के अंतिम पड़ाव में पहुंचते ही ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि तीनों पार्टियां महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के लिए राज्यपाल से मुलाकात करेंगी। इस तरह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा हो सकता है, हालांकि इस पद के लिए अनिल देसाई और एकनाथ शिंदे जैसे पार्टी के अन्य नेताओं के नामों का जिक्र भी किया जा रहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने कहा है कि यदि गठबंधन सरकार बनती है तो वह चलनी भी चाहिए। हालांकि अगर हम पिछले रिकॉर्ड्स पर गौर करें तो जब भी इस तरह की मिली-जुली सरकारें बनती हैं, विचारधारा की विरोधाभासी सरकारें बनती हैं, तो आमतौर पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पातीं।
हाल ही में ऐसा असफल प्रयोग कर्नाटक में हुआ था। जब एच. डी. कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जनता दल सेक्युलर-कांग्रेस गठबंधन सरकार का गठन हुआ, तो ज्यादातर लोगों ने सोचा कि दोनों दल भाजपा विरोधी मोर्चे को खड़ा करने के लिए एक साथ आए हैं। हालांकि सत्ता के बंटवारे के बाद ही झगड़े शुरू हो गए, और गठबंधन टूट गया क्योंकि दोनों ही दलों में हितों का टकराव था।
महाराष्ट्र के लोगों के भले के लिए हम आशा करते हैं कि सूबे में एक स्थिर सरकार बने जोकि अपना कार्यकाल भी पूरा करे। (रजत शर्मा)
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