वर्ष 2016 में पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले जांबाज़ों में से एक लांस नायक संदीप सिंह 4 पैरा कमांडो (स्पेशल फोर्स) में तैनात थे। कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में रविवार की सुबह एक एनकाउंटर के दौरान वह शहीद हो गए। वीरगति को प्राप्त होने से पहले उन्होंने अदम्य साहस का परिचय देते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया। इस मुठभेड में कुल पांच आतंकवादी मारे गए।
शहीद लांस नायक संदीप सिंह को उनके पैतृक गांव पंजाब के गुरदासपुर जिले के कोटला खुर्द गांव ले जाया गया जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। भारत को अपने इस वीर सपूत की शहादत पर गर्व है।
शोक के इस माहौल में तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह रखे ताबूत को उनकी वीर मां कुलविंदर कौर ने कंधा दिया। इस शहीद की विधवा ने प्रण किया है कि वह अपने पांच साल के बेटे को एक बहादुर सैनिक बनाएंगी ताकि वो अपने वीर पिता के नक्शेकदम पर चले।
मैं इस शहीद कमांडो के परिवार के साहस की प्रशंसा करता हूं जिसने इस दुख की घड़ी में मानसिक दृढ़ता और असीम धैर्य का परिचय दिया। संक्षेप में कहें तो यही हमारी सशस्त्र बलों की ताकत है। कभी हार मत मानो। संदीप जैसे बहादुर जांबाज़ हमारे दुश्मनों के दिल में डर पैदा करते हैं और इन्हीं बहादुर नायकों के कारण हम शांति और सुकून-भरी नींद सोते हैं।
अपने वीर सपूत को इस महान बलिदान के लिए सभी भारतवासियों का सलाम।