मंगलवार को वर्ल्ड बैंक ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर वर्ष 2018 की रिपोर्ट जारी की जिसमें भारत की रैंकिंग में 30 पायदान का सुधार हुआ है। इस सुधार के साथ ही भारत अब 100 वें पायदान पर आ गया है। पिछले साल भारत इस रैंकिंग में 130 वें नंबर पर था। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में कारोबारी माहौल में काफी तेजी से सुधार हुआ है और यह दुनिया की सबसे तेज गति से सुधार करनेवाला पांचवां देश है। भारत ने मानक के तौर पर स्थापित किए गए 10 कठिन इंडिकेटर्स में से 8 में सुधार दर्ज कराया है। इन कठिन मानकों में कारोबार शुरू करना, कंस्ट्रक्शन के लिए परमिट हासिल करना, कर्ज लेना, अल्पसंख्यक निवेशकों की सुरक्षा, टैक्स चुकाना, बॉर्डर के आर-पार व्यापार, कॉन्ट्रैक्ट को लागू करना और इनसॉल्वेन्सी का समाधान शामिल हैं। पिछले कुछ हफ्तों में कई बार घरेलू उद्योगों की तरफ से मोदी सरकार की इस बात को लेकर आलोचना होती रही है कि सरकार ने ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए कुछ नहीं किया। लेकिन वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट से ऐसे सभी लोगों को प्रभावी जवाब मिल गया होगा। भारत के लिए पहली बार टॉप 100 के क्लब में शामिल होना काफी मायने रखता है। भारत को इस पोजीशन पर पहुंचाने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली की तारीफ की जानी चाहिए। (रजत शर्मा)