पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुलासा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने RSS और अन्य हिंदू नेताओं की हत्या कर राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की एक बड़ी साजिश रची थी। उन्होंने कहा कि साजिश का खुलासा एक आतंकी मॉड्यूल से जुड़े सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हुआ। इस आतंकी मॉड्यूल से विदेशों में रहनेवाले सिख अलगावादी भी जुड़े हुए हैं। पंजाब के चीफ मिनिस्टर कैप्टन अमरिंदर सिंह की तारीफ करनी चाहिए कि उन्होंने संयम से काम लिया और इसे पॉलिटिकल इश्यू बनाने की कोशिश नहीं की। जिन लोगों की हत्या हुई वे RSS, BJP, शिवसेना के समर्थक और कांग्रेस विरोधी थे। चिंता की बात यह है कि कश्मीर में हिंसा फैलाने की कोशिश में मिली निराशा के बाद अब ISI ने अपना ध्यान पंजाब की ओर किया है जहां कांग्रेस पार्टी सत्ता में है। कांग्रेस शासित इस प्रदेश में ISI का उद्देश्य हिंदुओं और सिखों के बीच सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। लेकिन पंजाब के लोग दुश्मनों के इस नापाक खेल को अच्छी तरह से समझ चुके हैं और सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हैं। इसका मतलब यह नहीं कि हमें केवल सुरक्षा एजेंसियों के भरोसे आश्वस्त रहना चाहिेए बल्कि हमें अस्थिरता फैलानेवाली इन घृणित साजिशों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है चाहे वह पंजाब हो या कश्मीर। (रजत शर्मा)