प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमावार को गुजरात में चार रैलियों को संबोधित कर अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की। इन रैलियों में उमड़ी भीड़ के आधार पर बीजेपी के चुनाव प्रबंधक विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर आश्वस्त नजर आए।
हिंदी में एक कहावत है - सौ सुनार की, एक लुहार की। राहुल गांधी अबतक गुजरात के छह दौरे कर चुके हैं। उन्होंने नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर बहुत सारे हमले किए। राहुल ने मोदी सरकार को किसान विरोधी बताया। उन्होंने पीएम मोदी को कई उद्योगपतियों का दोस्त बताया। राहुल गांधी ने GST और नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर हमले किए। पिछले दो महीने से पीएम मोदी चुप रहे। उन्होंने इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन सोमवार को मोदी ने हिसाब बराबर कर लिया। मोदी का जोश और भीड़ की तालियां देखकर साफ हो गया कि मोदी गुजरात की जनता की नब्ज समझते हैं। उन्होंने उन मुद्दों को उठाया जो गुजरातियों की भावनाओं से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस के लिए पीएम मोदी के आरोपों का जवाब देना मुश्किल होगा।
अबतक कांग्रेस की पूरी कोशिश थी कि गुजरात में चुनाव प्रचार मोदी बनाम राहुल नहीं हो, लेकिन सोमवारा को मोदी ने कांग्रेस की यह रणनीति ध्वस्त कर दी। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के हमलों को मोदी पर हमला करार दिया। अब कांग्रेस मोदी के इन हमलों के जवाब तलाशने में जुटी है। (रजत शर्मा)