इंडिया टीवी ने बुधवार रात प्रसारित अपने प्राइम टाइम शो 'आज की बात' में एक विस्तृत रिपोर्ट में यह बताया गया कि देश की राजधानी दिल्ली की प्रदूषित हवा फेफड़ों के कैंसर की वजह बन सकती है। दिल्ली के एक अस्पताल के नामी चेस्ट सर्जन ने ऐसे कई मामलों के बारे में बताया जहां नॉन-स्मोकर मरीज, जिनके परिवार में भी कोई स्मोकिंग नहीं करता है, वायु प्रदूषण के चलते फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित हो गए।
हमने अपने रिपोर्टर्स को इन मरीजों और एम्स समेत कुछ बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टर्स के पास यह पता लगाने के लिए भेजा कि इस वायु प्रदूषण के चलते फेफड़ों के कैंसर की बातें सही या नहीं। लगभग सभी मेडिकल एक्सपर्ट्स इस बात से सहमत थे कि दिल्ली में प्रदूषित हवा फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों के बढ़ने का कारण हो सकती हैं।
अब तक पूरी दुनिया के डॉक्टर हमें यही बताते रहे हैं कि फेफड़ों के कैंसर का सबसे बड़ा कारण तंबाकू है। सिरगेट पीने वालों को फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। वहीं सब्जियों और फलों में कीटनाशकों का इस्तेमाल, कैंसर की बड़ी बजह है। कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग के चलते जमीन के नीचे का पानी (भूजल) भी प्रदूषित हो रहा है। इस प्रदूषित भूजल के कारण हमारे खाने-पीने की चीजों में कैंसर पैदा करने वाले तत्व पहुंचते हैं। ऐसी सब्जियां और फल खाने से कैंसर की बीमारी हो सकती है।
लोग तंबाकू छोड़ सकते हैं, सिरगेट से तौबा कर सकते हैं और खाने-पीने की चीजों को साफ करके खा सकते हैं साथ ही शुद्ध पानी का इंतजाम भी कर सकते हैं। लेकिन अगर हवा ही जहरीली है..तो लोग भी क्या करें? साफ हवा कहां से लाएं? सांस लेना तो बंद नहीं कर सकते।
जाहिर है, प्रदूषण हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और इससे निपटने के लिए हम अपने प्रयासों में किसी तरह की कमी नहीं कर सकते। कोई सरकार अकेले प्रदूषण की समस्या से नहीं लड़ सकती। वायु और जल प्रदूषण से निपटने के लिए हर नागरिक को जागरूक होना पड़ेगा और आगे आना होगा। हमें अपने बच्चों के लिए सुरक्षित पेयजल, गैर-दूषित भोजन और साफ हवा सुनिश्चित करना होगा। आज से ही पर्यावरण के लिए चिंता करनी करनी पड़ेगी। आइए, हम सब मिलकर सभी तरह के प्रदूषण का मुकाबला करें, क्योंकि अगर आज से ये नहीं किया तो कल बहुत देर हो जाएगी।
अपने पहले के एक ब्लॉग में मैंने तीन पौधों के नाम का उल्लेख किया था, जिनका उपयोग कर आप कम से कम अपने और अपने परिवार के लिए शुद्ध हवा का इंतजाम कर सकते हैं। इन पौधों का उपयोग घरों में प्रदूषण मुक्त हवा प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं। आईआईटी कानपुर के छात्रों ने इन तीन पौधों के बारे में रिसर्च किया था। इस रिसर्च में पाया गया कि तीन ऐसे पौधे हैं जो आसानी से मिल जाते हैं और प्रदूषण से हमें बचा सकते हैं। इन पौधों को घरों में रखने से हवा में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है और सांस लेने लायक शुद्ध हवा मिल जाती है। (रजत शर्मा)
देखें, 'आज की बात' रजत शर्मा के साथ, 31 जुलाई 2019 का पूरा एपिसोड