जयपुर: झीलों की नगरी उदयपुर के मेवाड़ राजवंशज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने जरूरतमंद लोगों को वस्त्र दान करने की मुहिम शुरू की तो सबसे पहले सेना के जवान आगे आए। इसके बाद इस मुहिम से छोटे-छोटे बच्चे और कई संगठन भी जुड़ गए। इनके बीच कपड़े दान करने की जैसे होड़-सी लग गई और देखते ही देखते 3 लाख से अधिक कपड़े जमा हो गए। उनका दावा है कि यह गिनीज बुक का नया रिकार्ड है। मेवाड़ राजवंश के 76वे संरक्षक अरविन्द सिंह मेवाड़ के पुत्र लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने बताया कि जनवरी माह में शुरू की गई इस अनूठी मुहिम में भारतीय सेना, स्थानीय लोगों, स्वयंसेवी संगठनों, विभिन्न स्कूलों के छात्रों, और अतंरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया।
सिंह ने कहा, ‘किसी रिकॉर्ड को तोड़ना हमारी सोच नहीं थी हम तो जरूरतमंदों की मदद के लिए निकले थे। हमारी इस पहल से हमारा नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा इस बारे में तो हमने सपने में भी नहीं सोचा था, लेकिन वस्त्रदान मुहिम अभियान में लोगों ने जिस प्यार और अपनेपन से हमारा साथ दिया उससे यह लगने लगा था कि इससे पहले इतने बड़े पैमाने पर इस तरह का प्रयास शायद नहीं किया गया होगा।’ उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का पता भी नहीं था कि इसका भी कोई विश्व रिकॉर्ड भी होता है, जिसे वे तोड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मेरे माध्यम से मानवता के लिए यह विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है।
सिंह ने कहा, 'मै भाग्यशाली हूं कि मुझे यह रिकार्ड तोड़ने का अवसर मिला, लेकिन हमारी सोच रिकॉर्ड तोडने की नहीं थी।' उन्होंने बताया कि इन एकत्रित कपडों का वितरण दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा डूंगरपुर क्षेत्रों के गरीब परिवारों में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अनूठी पहल में दुनियाभर के लोगों ने भाग लिया, विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया, दुबई, अमेरिका के लोगों ने कुरियर की मार्फत कपडे भेजकर इस मुहिम में अपना योगदान दिया। उन्होंने बताया कि जनवरी माह में शुरू की गई इस मुहिम में उदयपुर में 80 केंद्र बनाए गये थे।
उन्होंने बताया, ‘इस मुहिम में उदयपुर के 130 स्कूलों ने योगदान दिया। इस मुहिम में सबसे पहला योगदान भारतीय सेना की ओर से किया गया। यहां पर लोग मुझे 'क्लाथ मैन' बुलाने लगे हैं।’ उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक वस्त्रदान में इतने कपडे आ चुके हैं कि इस अभियान को जारी रखने के लिए इसका दूसरा फेज शुरू करना पडेगा। वस्त्रदान में इससे पूर्व विश्व कीर्तिमान दुबई के नाम था, जहां 2016 में वहां के लोगो ने 2 लाख 95 हजार 122 कपडों का दान किया था।