जयपुर: राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मचारियों की सोमवार से शुरू हुई हड़ताल शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रही। रोडवेज कर्मी सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, रोडवेज मे नई भर्तियां करने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार से हडताल पर हैं। राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन के महासचिव किशन सिंह राठौड़ ने 'भाषा' को बताया कि प्रदेश के विभिन्न श्रमिक संगठनों और माकपा के प्रतिनिधियों ने
आज संयुक्त मोर्चे की पदाधिकारियों से मुलाकात कर रोडवेज कर्मियों की हडताल का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 52 डिपो के करीब 16 हजार रोडवेज कर्मियों की हड़ताल के कारण रोडवेज की करीब 4700 बसों के पहिये लगातार पांचवें दिन भी थमे रहे लेकिन सरकार की ओर से हड़ताल को खत्म करवाने के लिये कोई पहल नहीं की गई। रविवार को हड़ताली रोडवेज कर्मी मशाल जूलुस निकाल कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
राठौड़ ने आरोप लगाया कि सरकार के कहने पर यातायात अधिकारियों ने करीब 800 निजी बसों को परमिट जारी किये हैं। निजी बस संचालकों द्वारा यात्रियों को मनमानी भाड़ा लेकर लूटा जा रहा है। संयुक्त मोर्चा ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करके सिंधी कैंप बस अड्डे के आसपास से निजी बसों के जमावडे़ को हटाने की मांग की है।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से आज 30वां प्रश्न पूछा है कि ‘‘रोड़वेज हड़ताल के कारण प्रतिदिन लगभग 9 लाख यात्रियों को हो रही परेशानी एवं आमजन को निजी तथा लोक परिवहन सेवा के माध्यम से लुटने के लिए मजबूर करने पर क्या आप गौरव महसूस करती हैं?’’ उन्होंने कहा कि 5 दिन से सूने पड़े रोड़वेज बस स्टैण्ड भाजपा सरकार की हठधर्मिता को प्रदर्शित कर रहे हैं, वहीं पूरे प्रदेश में रोडवेज बस स्टैण्ड्स पर वेण्डर्स के रोजगार छिनने से उनकी आजीविका भी बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। उन्होंने कहा कि उक्त परिस्थितियों के कारण प्रतिदिन जयपुर के सिंधी कैम्प केन्द्रीय बस स्टैण्ड से परिवहन सेवाओं का उपयोग करने वाले लगभग 55 हजार बस यात्री प्रभावित हो रहे हैं और इसी प्रकार पूरे प्रदेश में परिवहन व्यवस्था के ठप्प होने से लगभग 9 लाख से भी ज्यादा यात्रियों को आवागमन की सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सचिव कॉमरेड अमराराम ने कहा कि आज हड़ताल का पांचवा दिन है। पूरे राज्य में यातायात ठप्प पड़ा है। अवैध एवं निजी बस संचालन माफिया दुगना-तिगुना किराया वसूल कर जनता को लूट रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री जनता के पैसे से गौरव यात्रा में मस्त हैं। जनता को हो रही भारी कठिनाइयों तकलीफों का उनको जरा भी एहसास नहीं है। पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की कि आंदोलनरत, रोडवेजकर्मियों सहित आंदोलन कर रहे सभी संगठनों के नेतृत्व से वार्ता करके रोडवेज कर्मियों के साथ संपन्न समझौते को लागू करें तथा अन्य संगठनों की न्यायोचित मांगों का कर्मचारी एव जनहित में समाधान करें।