नई दिल्ली: राजस्थान में बीते 28 दिनों में स्वाइन फ्लू से 75 लोगों को मौत हो गई है। इसके अलावा इस दौरान 1,911 से ज्यादा लोगों में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए गए हैं। राज्य में पिछले कई दिनों से जारी स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इन आंकड़ों से पहले के आंकड़ों में स्वाइन फ्लू की वजह से मरने वालों की संख्या 70 बताई जा रही थी। लेकिन, ये आंकड़ा दिन व दिन बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि, स्वाइन फ्लू पर काबू पाने के प्रयासों को और बल देते हुए राज्य सरकार ने नए बने पांच मेडिकल कॉलेजों में भी इस रोग की जांच की व्यवस्था करने का सोमवार को फैसला किया है। इसके लिए हर मेडिकल कॉलेज को एक-एक करोड़ रुपये यानी कुल पांच करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।
चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने जयपुर में उच्च स्तरीय बैठक की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशकों, मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों, मेडिकल कालेज के प्राचार्यों और अधीक्षकों से स्वाइन फ्लू की प्रभावी रोकथाम की गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि 33 जिला चिकित्सालयों में स्वाइन फ्लू की जांच की व्यवस्था के लिए मशीनें और अन्य संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्तमान में सात मेडिकल कालेजों, एक डीएमआरसी और 4 निजी लैब सहित 12 स्थानों पर स्वाइन फ्लू की जांच की सुविधा है। इसके साथ ही राज्य में प्रदेश में स्वाइन फ्लू की प्रभावी रोकथाम के लिए बस अड्डों और रेलवे स्टेशन सहित स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों के घर और पड़ोस के घरों में सघन स्क्रीनिंग की जाएगी। बता दें कि बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में ही चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, विभाग के आला अधिकारियों और पुणे स्थित नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की टीम के साथ हालातों की समीक्षा की थी।
क्या है स्वाइन फ्लू?
स्वाइन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक सांस का रोग है जो कि सामान्य रूप से सिर्फ सूअरों को प्रभावित करता है। ये आमतौर पर स्वाइन इन्फ्लूएंजा ए वायरस के H1N1 स्ट्रेंस के कारण होता है। हालांकि, H1N2, H3N1 और H3N2 के रूप में अन्य स्ट्रेंस भी सूअरों में मौजूद रहते हैं। हालांकि, लोगों में स्वाइन फ्लू होना सामान्य नहीं है, मानवीय संक्रमण कभी-कभी होते हैं, मुख्यतया संक्रमित सूअरों के साथ निकट संपर्क के बाद से।
मानव में इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) के लक्षण क्या हैं?
जब लोग स्वाइन फ्लू के वायरस से संक्रमित होते हैं, तो उनके लक्षण आमतौर पर मौसमी इन्फ्लूएंजा के लोगों के समान ही होते हैं। इसमें बुखार, थकान, और भूख की कमी, खांसी और गले में खराश शामिल हैं। कुछ लोगों को उल्टी और दस्त भी हो सकती है। इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) से संक्रमित कुछ लोगों को गंभीर रोग हुई और मर गए। बहरहाल, कई मामलों में इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) के लक्षण हल्के रहे हैं और अधिकाँश लोग पूरी तरह ठीक भी हुए हैं।