Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राष्ट्रीय
  4. शिशुओं की मौत के मुद्दे को नागरिकता कानून से ध्यान हटाने के लिए उठाया जा रहा है: अशोक गहलोत

शिशुओं की मौत के मुद्दे को नागरिकता कानून से ध्यान हटाने के लिए उठाया जा रहा है: अशोक गहलोत

राजस्थान के कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: January 03, 2020 0:06 IST

जयपुर: राजस्थान के कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ''मैं पहले ही कह चुका हूं कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है।''

गौरतलब है कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 हो गई है। गत 23-24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ था। हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी और 2019 में उससे कम मौतें हुई हैं। अस्पताल के अधीक्षक के अनुसार अधिकतर शिशुओं की मौत मुख्यत: जन्म के समय कम वजन के कारण हुई।

मंगलवार को लॉकेट चटर्जी, कांता कर्दम और जसकौर मीणा समेत भाजपा सांसदों के एक संसदीय दल ने अस्पताल का दौरा कर उसकी हालत पर चिंता जतायी थी। दल ने कहा कि एक ही बेड पर दो-तीन बच्चे थे और अस्पताल में पर्याप्त नर्सें भी नहीं हैं। इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राज्य की कांग्रेस सरकार को नोटिस जारी किया था। आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा था, "अस्पताल परिसर के भीतर सुअर घूमते पाए गए।" राजस्थान सरकार की एक समिति ने कहा कि शिशुओं का सही इलाज किया जा रहा है।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement