नयी दिल्ली: उत्तर भारत के कई इलाकों में मंगलवार को भारी बारिश हुई जिसमें सर्वाधिक बारिश उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले में हुई। इस जिले में 222 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ मे भी अच्छी बारिश हुई जिससे लोगों गर्मी और उमस से राहत मिली। राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश से तापमान दो डिग्री सेल्सियस कम हो गया।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से दो डिग्री कम था जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा। उत्तराखंड के किच्छा में 135 मिलीमीटर जबकि देहरादून जिले के कलसी में 129 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। आपदा प्रबंधन कार्यालय ने कहा कि चंपावत जिले के बनबासा में 79 मिलीमीटर बारिश हुई।
पर्वतीय राज्य के पिथौरागढ की काली और गोरी नदियां खतरे के निशान क्रमश: 888.7 मीटर और 604.55 मीटर से बस कुछ मीटर नीचे बह रही हैं। मौसम विभाग ने 15 जुलाई तक इसी तरह के मौसम का पूर्वानुमान लगाया है और नैनीताल, चंपावत, ऊधम सिंह नगर, पिथौरागढ, चमोली,टिहरी, पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कहा कि चंडीगढ में 48 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शहर में सोमवार को 29.1 मिलीमीटर बारिश हुई थी। पंजाब के पटियाला और अमृतसर तथा हरियाणा के हिसार और अंबाला में भी बारिश हुई जिससे खरीफ फसलों खासकर धान की फसल को फायदा होगा।
उत्तर प्रदेश के कई भागों में भी बारिश दर्ज की गई और राज्य की राजधानी लखनऊ में 7.8 मिलीलीटर बारिश हुई। लखनऊ में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 30.7 डिग्री सेल्सियस तथा 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य में सर्वाधिक बारिश गोरखपुर (64.5 मिलीमीटर) में हुई। मौसम विभाग ने कहा कि राज्य के पूर्वी और पश्चिमी भागों में बुधवार को ज्यादातर स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछार होने की पूरी संभावना है। विभाग ने कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की है।
इस बीच, असम में बाढ की स्थिति मंगलवार को गंभीर हो गई और आठ जिलों में 62 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि 145 गांव जलमग्न हो गये हैं और 3435 हेक्टेयर फसल भूमि को नुकसान पहुंचा है।