भोपाल। मध्य प्रदेश का किसान मानसून में हुई अत्याधिक बारिश के चलते फसलों के नुकसान से अभी उबर भी नहीं पाया था कि दिसंबर महीने में एक बार फिर बेमौसम बरसात ने उन्हें डरा दिया है। गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में बेमौसम बरसात हुई, बारिश के साथ कई जगहों पर ओले भी पड़े जिससे खेत में खड़ी फसल को काफी नुकसान पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। वहीं कई जगह पर खेत में रखा धान भी बारिश में गीला हो गया है जिसके चलते किसानों को नुकसान होने की आशंका भी है।
दरअसल मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने पहले ही आशंका जताई थी कि पश्चिमी विक्षोभ के मध्य प्रदेश में असर के चलते बारिश हो सकती है और ऐसी ही स्थिति अगले 3 दिन तक बरकरार रहने की उम्मीद है। मध्यप्रदेश में शाम 4:00 बजे से ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश के साथ साथ कई इलाकों में ओले भी गिरे जो शाम 5:00 बजे तक जारी रही।
भोपाल देवास रायसेन के साथ प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश के साथ ओले गिरे। रायसेन में तेज हवाओं के साथ बारिश और जमकर ओलावृष्टि हुई, जिले के सेहतगंज और भोपाल रोड पर ओले की सफेद चादर सी बिछ गई। वहीं होशंगाबाद में तेज बारिश के चलते किसानों का धान भीग गया हालांकि मंडियों में खुले में रखे धान को किसानों ने त्रिपाल डालकर बचाने की भी कोशिश की।
मध्यप्रदेश में बेमौसम बरसात खंडवा, ग्वालियर, छतरपुर, सागर, भिंड, विदिशा, सतना, रीवा, होशंगाबाद, नीमच, मंदसौर, आगर में देखी गई। बदले मौसम के चलते और कई स्थानों पर हुई बूंदाबांदी से सीजन में पहली बार दिन का तापमान जहां 7 डिग्री तक लुढ़क गया वहीं भोपाल में न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के मौसम विज्ञानी गुरु दत्त मिश्रा इंडिया टीवी को बताया कि 12 से 14 दिसंबर के बीच ग्वालियर चंबल और सागर संभाग के जिलों और भोपाल संभाग के राजगढ़ जिलों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है इसके बाद आसमान साफ होने की उम्मीद की जा रही है। मौसम का मिजाज इसके बाद बदलेगा और कड़ाके की ठंड की शुरुआत होगी।
बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि के चलते हुए नुकसान के बाद कृषि मंत्री सचिन यादव ने भी ट्वीट कर चिंता जताई लिखा आज प्रदेश के बहुत से जिलों से ओलावृष्टि की दुखद खबरें प्राप्त हुई है। किसान भाइयों को चिंता करने की जरूरत नहीं है कमलनाथ सरकार किसानों की सरकार है हम किसानों के साथ हर संकट में साथ खड़े हैं और हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं।
पूर्व सीएम शिवराज ने भी जताई चिंतामध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा और ओले गिर रहे हैं। मैं चिंतित हूं कि यह कुसमय की वर्षा और ओले अन्नदाता के लिए नई कठिनाइयां न खड़ी कर दें। प्रशासन और सरकार से अपील करता हूं कि तत्काल प्रभाव से राहत देने के लिए कदम उठायें अन्यथा किसानों को भारी नुकसान हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा, “मैं जानता हूं कि मध्यप्रदेश में हुई इस असमय वर्षा और ओलावृष्टि ने किसानों को चिंतित कर दिया है। खासकर मालवा और निमाड़ के वे किसान अधिक परेशान हैं, जिनके प्याज बाहर पड़े हैं। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि समस्या के विकराल होने की प्रतीक्षा न करें, तत्काल किसानों को राहत दें।”