नयी दिल्ली: भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन और उसके परिणामस्वरूप यात्री सेवाओं के निलंबन की अवधि का इस्तेमाल रेल नेटवर्क पर लंबे समय से अटके पड़े मरम्मत के काम को पूरा करने में किया है। राष्ट्रीय परिवाहक ने शनिवार को एक बयान में कहा कि मरम्मत से सुरक्षा बेहतर होगी और परिचालनात्मक क्षमता बढ़ेगी।
रेलवे ने बताया कि करीब 500 आधुनिक हेवी डयूटी ट्रैक मरम्मत मशीनों ने 12,270 किलोमीटर लंबे मैदानी समतल ट्रैक पर मरम्मत का काम पूरा किया। इसने कहा कि भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान यह सोचकर इस कार्य को करने की योजना बनाई कि मरम्मत के काम को पूरा करने का यह अच्छा अवसर है और इससे ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित नहीं होंगी। इस दौरान ट्रैक का जो काम किया गया, उसमें काजीपेट यार्ड, विजयवाड़ा यार्ड, बेंगलुरु सिटी यार्ड, बड़ौदा स्टेशन का नवीनीकरण शामिल है।
आपको बता दें कि रेलवे ने घोषणा की है कि देश में लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ाये जाने के फैसले को देखते हुए अब सभी यात्री ट्रेनों को 17 मई तक के लिए रद्द कर दिया गया है। रेलवे के प्रवक्ता ने यहां बताया कि इस दौरान न तो कोई यात्री ट्रेन चलेगी और न ही किसी प्रकार के रेलवे टिकट जारी किये जायेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दौरान स्टेशन पर किसी यात्री को आने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विशेष यात्री ट्रेनें केवल राज्य सरकारों के अनुरोध पर चलायी जायेंगी और इसके लिए यदि किसी को यात्रा करनी है तो संबद्ध राज्यों से संपर्क करना होगा। विशेष ट्रेनों में उन्हीं लोगों को यात्रा की अनुमति होगी जिनकी सूची संबद्ध राज्य के अधिकारियों की ओर से आयेगी और इसके लिए पंजीकरण भी राज्यों के अधिकारी करेंगे। इन ट्रेनों के लिए भी रेलवे कोई टिकट नहीं जारी कर रहा है।