नई दिल्ली। त्यौहारी सीजन में रेल यात्रियों को असुविधा न हो इसके लिए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ विनोद कुमार यादव ने रेलवे की आगे की योजनाओं को लेकर गुरुवार को जानकारी दी। त्यौहारी सीजन में यात्रा करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके यादव ने बृहस्पतिवार को बताया कि भारतीय रेल त्यौहारी सीजन में 15 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच 200 विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बना रही है। रेलवे ने फिलहाल सभी सामान्य यात्री ट्रेनों को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया है। ये ट्रेनें 22 मार्च से रद्द हैं। रेलवे ने दिल्ली को देश के विभिन्न भागों से जोड़ने वाली 15 विशेष राजधानी ट्रेनें का संचालय 12 मई से, और एक जूने से लंबी दूरी की 100 ट्रेनों का संचालन शुरू किया। रेलवे 12 सितंबर से 80 अतिरिक्त ट्रेनें भी चला रही है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने कहा, ‘‘हमने जोन के महाप्रबंधकों के साथ बैठक कर निर्देश दिया है कि वे स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करें। उनसे रिपोर्ट मांगी गयी है और इसी आधार पर फैसला होगा कि त्यौहारी सीजन में कितनी विशेष ट्रेनें चलायी जाएं। फिलहाल हमारा अनुमान है कि करीब 200 ट्रेनें चलेंगी, लेकिन यह हमारा अनुमान है, संख्या और ज्यादा भी हो सकती है।’’ यादव ने कहा कि रेलवे ने राज्य सरकारों की जरुरतों और महामारी के हालात को देखते हुए यात्री सुविधाओं की रोज समीक्षा करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक यात्री ट्रेनों की बात है, हम ट्रेनों की जरुरत, यातायात और कोविड-19 के हालात की रोज समीक्षा करेंगे। जहां भी जरुरत होगी, हम ट्रेनें चलाएंगे।’’ उन्होंने कहा. रेलवे हर दिन आकलन करता है कि किन रूट्स पर वेटिंग लिस्ट तीन से चार दिन लंबी है। इसके बाद जिन रूट्स पर वेटिंग लंबी होती है, वहां एक क्लोन ट्रेन चला दी जाती है। अगर पहली क्लोन ट्रेन भर जाती है तो तुरंत दूसरी क्लोन ट्रेन चला दी जाती है।
यादव ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमने विभिन्न जोनल प्रबंधकों से बात की और उनसे पूछे कि त्यौहारी सीजन में लोगों को असुविधा से बचाने के लिए कितनी ट्रेनों की जरूरत है तो हमारे सामने करीब 200 का आंकड़ा आया। इसी आधार पर हम त्यौहारी सीजन में इससे कहीं अधिक ट्रेनें चलाने का फैसला कर चुके हैं।"
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन यादव ने बताया कि हर क्लोन ट्रेन में औसतन 60 फीसदी सीटें भर रही हैं। बता दें कि क्लोन ट्रेन की रफ्तार मेन ट्रेन से ज्यादा है और इसके स्टॉपेज भी कम हैं। इससे क्लोन ट्रेन जल्दी सफर पूरा कर रही है। क्लोन ट्रेनों में लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोग सफर करना ज्यादा पंसद कर रहे हैं। वहीं, कम दूरी वाले लोग मेन ट्रेन से ही जा रहे हैं ताकि अपने स्टेशन पर उतरने में उन्हें दिक्कत ना हो। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस त्योहारी मौसम में ट्रेन के साथ खास कैंपेन भी चलाया जाएगा।
नागपुर से दिल्ली के बीच चलाई जाएगी चौथी किसान रेल
यादव ने बताया कि रेलवे जल्द ही चौथी किसान रेल शुरू करने की तैयारी कर रहा है, जो नागपुर से दिल्ली के बीच चलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक शुरू की गईं तीनों किसान रेल अच्छा काम कर रही हैं। इससे किसानों की फसल को देश के एक कोने से दूसरे कोने में भेजना आसान हो गया है। ज्यादा से ज्यादा संख्या में किसान रेल चलाने की देशभर से मांग आ रही है। इस पर काम किया जा रहा है, जिससे किसानों को काफी मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि किसान रेल अनुरोध मिलने के एक-दो दिन में चला दी जाती है।
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे ने 25 मार्च को सभी तरह की पैसेंजर, मेल एवं एक्सप्रेस ट्रेनों को कोरोना वायरस के कारण अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया था। सभी रूटों पर सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रह हैं। इसके अलावा रेलवे ने दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं।
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