नयी दिल्ली: रेलवे के करीब 62,000 ग्रुप सी (लिपिकीय श्रेणी) के कर्मचारियों को जल्द ही ग्रुप बी के कर्मचारियों के बराबर वेतनमान और विशेषाधिकार मिल सकता है क्योंकि रेलवे बोर्ड ने उन्हें प्रमोशन देने की प्रक्रिया शुरू की है। जिन लोगों को ग्रुप सी से ग्रुप बी में प्रमोशन मिलेगा, उन्हें 200 रुपये की वृद्धि मिलेगी तथा वे कार, मकान, अर्दली और किसी भी सरकारी बाबू को मिलने वाले सारे लाभ मिलेंगे बशर्ते उनका दर्जा राजपत्रित अधिकारी का हो। हालांकि ऑल इंडिया रेलवे के फेडरेशन ने इस आशंका व्यक्त की है कि रेलवे इन पदों को गैर-राजपत्रित कर देगा और कर्मचारियों को अतिरिक्त वेतन और भत्ते से इनकार कर देगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि इस कदम से करीब 62,000 कर्मचारियों के लाभान्वित होने की आशा है। बारह जून को जारी आदेश में कहा गया है कि समिति का कार्यक्षेत्र भारतीय रेलवे के ग्रुप सी के वर्तमान पदों को ग्रुप बी का दर्जा देने के मुद्दे का परीक्षण करना ( जिसमें परिणाम और तौर तरीके शामिल हैं) है। आदेश के अनुसार समिति को संबंधित पक्षों के साथ परामर्श कर एक महीने में रिपोर्ट देनी है। इनमें वेतन आयोग तथा बोर्ड की एस्टैब्लिशमेंट एंड ट्रांसफारर्मेशन शाखाओं के निदेशक हैं।
हालांकि ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महासचिव शिवगोपाल मिश्रा ने आशंका प्रकट की कि रेलवे इन पदों को गैर राजपत्रित बना देगा और कर्मचारियों को अतिरिक्त वेतनमान एवं लाभों से वंचित कर देगा। ग्रुप बी में गैर राजपत्रित कर्मी वैसे तो वरिष्ठ कर्मचारी होते हैं लेकिन उन्हें इस ग्रेड के राजपत्रित कर्मियों को मिलने वाले लाभों एवं भत्तों का लाभ नहीं मिलता है। उनमें रेलवे की नौ सेवाओं के अधिकारी आते हैं।