नई दिल्ली। रेलवे भर्ती बोर्ड (Railway Recruitment Board) की परीक्षाओं को लेकर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इन परीक्षाओं की फीस को बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया गया है। लेकिन सरकार की तरफ से इस दावे को गलत बताया गया है। प्रेस सूचना ब्यूरो की फैक्ट चेक (PIB Fact Check) टीम ने कहा है कि सोशल मीडिया पर Railway Recruitment Board की फीस को बढ़ाए जाने को लेकर जो दावा किया गया है वह गलत है।
Railway Recruitment Board की खबर पर PIB की तरफ से कहा गया है कि “सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि सरकार ने रेलवे भर्ती बोर्ड की फीस को बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया है। यह दावा भ्रामक है। अनारक्षित व ओबीसी परीक्षार्थियों को ₹400 व आरक्षित श्रेणी के परीक्षार्थियों, महिलाओं और दिव्यांगों को पूरा पंजीकरण शुल्क वापस किया जाता है।”
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने एक अखबार की कटिंग को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए यह दावा किया था पहले रेलवे भर्ती बोर्ड की फीस 60 रुपए होती थी और रेलवे ने बेरोजगारों से भर्ती के नाम पर 900 करोड़ रुपए वसूल लिया है। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “रेलवे भर्ती बोर्ड की फीस 2013 तक 60 रुपए थी। भाजपा सरकार ने बढ़ाकर उसे 2016 में 500 रुपए कर दिया। बेरोजगारों से भर्ती के नाम पर रेलवे भर्ती बोर्ड 900 करोड़ रुपए वसूल चुका है। लेकिन रोजगार कितना मिला? युवाओं से जो हर साल 2 करोड़ रोजगार का वादा किया गया था वो कितना पूरा हुआ?”
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