नागपुर के अंतर्गत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इतवारी रेलवे स्टेशन पर रेल यात्रियों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है, साथ ही साथ रेल पटरियों पर भी ड्रोन से नजर रखने के काम को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। रेलवे सुरक्षा बल की ओर से यह व्यवस्था खासतौर पर दिवाली और छठ पूजा के दौरान ट्रेन और स्टेशन पर बढ़ने वाली यात्रियों की भीड़ को देखकर की गई है। नागपुर के इतवारी, कामठी, गोंदिया जिले का गोंदिया रेलवे स्टेशन, छत्तीसगढ़ का डोंगरगढ़, रायपुर पर ड्रोन से यात्रियों पर नजर रखने की जानकारी इतवारी रेलवे स्टेशन के आरपीएफ के निरीक्षक आरके सिंह ने दी।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर के इतवारी रेलवे जंक्शन सीआरपीएफ के निरीक्षक आरके सिंह ने बताया कि इतवारी रेलवे स्टेशन ट्रेनों के आवागमन प्रस्थान के वक्त यात्रियों के काफी भीड़ हो जाती है। अब दिवाली और छठ पूजा के लिए अपने गांव, शहर जाने वाले यात्रियों की संख्या और भी बढना तय हैं ,ऐसे में भगदड़ या अप्रिय घटना को रोकने के साथ-साथ अपराधियों पर नजर रखने की दृष्टि से इन रेलवे स्टेशन पर प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जा रहा है, साथ ही साथ पटरियों पर भी ड्रोन की पैनी नजर रहेगी। त्योहारों के चलते ट्रेनों में आने-जाने वाले की भीड़ बढ़ जाती है। अपराधिक तत्वों की भीड़ की आड़ में सक्रिय हो उठते हैं, लिहाजा आरपीएफ टीम इस बार ड्रोन का सहयोग ले रही है।
ड्रोन से मिलने वाले फुटेज पर लगातार नजर रखी जा रही है, किसी भी तरह की घटना को देखते ही तुरंत वॉकी टॉकी की मदद से संबंधित सिपाही को सूचित कर एक्शन लिया जा रहा है। यात्रियों के समान की चोरी पर लगाम लगाने के साथ परिसर में होने वाली घटनाओं का भी जायजा इसे लिया जाएगा।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए अब आरपीएफ ड्रोन की मदद लेने लगा है। लगातार दो ड्रोन नागपुर के इतवारी स्टेशन परिसर के आसपास मंडराते रहे हैं, ताकि अपराधी गतिविधियों को पकड़ा जा सके। छत्तीसगढ़ को नक्सल प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। उस क्षेत्र में जाने वाले प्रत्येक ट्रेनों पर आरपीएफ में ड्रोन की नजर से निगरानी शुरू कर दिया है। ड्रोन की मदद से किसी भी तरह की कोई अपराधी गतिविधियां देखते ही इसे पकड़ ली जाएगी। इन तमाम स्टेशनों पर दिवाली के समय भीड़ काफी बढ़ जाती है। हजारों की संख्या में यात्री प्रतिदिन आते जाते हैं, ऐसे में असामाजिक तत्व की घटनाओं में काफी इजाफा हो जाता है।
ड्रोन चलाने वाले चेतन ने कहा कि ड्रोन का रिमोट जहां रहता है, वहां से वह 4 किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है, और इसके कैमरे में 4 पिक्सेल के कैमरे लगे हुए हैं, जो काफी बारीकी से कोई भी चीज मॉनिटर पर दिखाता हैं। उन्होनें बताया कि रात के समय भी ड्रोन काफी स्पष्ट पिक्चर्स और वीडियो भेजता है, पटरियों की देखरेख के लिए ड्रोन दो से 3 फीट की ऊंचाई पर उड़ता है और बारीकी से पटरी की निगरानी कर रहा है, यात्रियों ने बताया कि त्योहारों के सीजन में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे यात्री सुरक्षित अपनी जगह पर अपने घरों पर पहुंच सके।