नई दिल्ली: कांग्रेस द्वारा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पर कथित ‘ घोटाले ’ का आरोप लगाए जाने के बाद आज पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने गोयल के इस्तीफे की मांग की जिस पर मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि वह ‘ नामदार ’ नहीं , बल्कि ‘ कामदार ’ हैं। राहुल ने गोयल के खिलाफ लगे आरोप को ‘ जालसाजी और हितों के टकराव ’ का मामला बताया और कहा कि उनको मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। गोयल ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया , ‘‘26 मई , 2014 को मंत्री बनने से पहले मैं एक पेशेवर चार्टर्ड अकाउंटेंट और इन्वेस्टमेंट बैंकर था। श्री राहुल गांधी , आपकी तरह मैंने बिना काम के जिंदगी गुजारने की कला नहीं सीखी। मैं नामदार नहीं , कामदार हूं। ’’ गौरतलब है कि भाजपा ने गोयल के खिलाफ लगे आरोपों को खारिज किया है।
राहुल ने मंगलवार को ट्वीट में आरोप लगाया , ‘‘ पीयूष गोयल का 48 करोड़ रुपये का घोटाला जालसाजी , हितों के टकराव और लालच का मामला है। सबूत सब के सामने हैं। इसके बावजूद मीडिया इस स्टोरी को नहीं छुएगा। यह दुखद है कि जिन पत्रकारों को सच के साथ खड़े रहना चाहिए वे नहीं बोलेंगे। ’’ उन्होंने कहा , ‘‘ गोयल को इस्तीफा देना चाहिए। ’’
दरअसल , कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 28 अप्रैल को कुछ कागजात सार्वजनिक कर आरोप लगाया था कि बिजली मंत्री रहते हुए गोयल ने अपनी कंपनी एक निजी कारपोरेट समूह को एक हजार गुना अधिक कीमत पर बेची और अपनी संपत्ति के ब्यौरे में इसका उल्लेख नहीं किया। भाजपा ने उनके आरोप को खारिज किया है।
उधर , प्रधानमंत्री ने आज कर्नाटक में एक चुनावी सभा में कहा , '' हम कांग्रेस के अध्यक्ष के सामने नहीं बैठ सकते हैं , आप नामदार और हम कामदार हैं। हम तो अच्छे कपड़े भी नहीं पहन सकते हैं , आपके सामने कैसे बैठेंगे। '' मोदी ने तंज कसते हुए कहा , '' आप ( राहुल ) जिस भाषा में भी बात कर सकें , हाथ में कागज लिए बगैर कर्नाटक सरकार की उपलब्धियां ही जनता के सामने बोल दीजिए। '' इस पर कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने संवाददाताओं से कहा , '' अब बात नामदार और कामदार की नहीं , बल्कि ईमानदार की होगी। राहुल गांधी पर बोलने की बजाय वह राफेल , जय शाह , नीरव मोदी और पीयूष गोयल के मामलों पर सच बोलने की हिम्मत करें। '' उन्होंने कहा कि अब बात नामदार और कामदार नहीं , बल्कि ईमानदार की होगी। अगर मोदी जी ईमानदार हैं तो फिर इन मुद्दों पर जवाब दें।