बुधवार को संसद में राफेल के मुद्दे पर कांग्रेस के सवालों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली के जवाब के बाद भी कांग्रेस संतुष्ट नहीं लग रही है। यही वजह है कि शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से राफेल पर अपने पुराने सवालों को उठाया है और शुक्रवार को रक्षामंत्री से संसद में उनपर जवाब मांगा है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री चर्चा से भाग रहे हैं। हमने केंद्र सरकार से पांच सवाल पूछे थे। लेकिन उसका जवाब देने से मोदी बच रहे हैं। लोकसभा में राफेल मुद्दे पर चर्चा हुई लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस चर्चा में आए ही नहीं। राहुल गांधी ने कहा ‘वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राफेल पर लंबा भाषण दिया, गाली दी मुझे, मगर जो सवाल हैं, उनका जवाब नहीं दिया’।
राफेल पर राहुल ने फिर पूछे ये सवाल
संसद में राफेल मुद्दे पर बहस के बावजूद राहुल का मानना है कि केंद्र सरकार ने उनके सवालों का जवाब नहीं दिया है। आज एक बार फिर से राहुल गांधी ने अपने पांच प्रश्नों को दोहराया। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री सहित पूरी सरकार उनके इन सवालों का जवाब देने से बचती दिख रही है। राहुल ने पूछा कि राफेल विमान की कीमत 526 करोड़ से बढ़ाकर 1600 करोड़ कैसे हो गई, राफेल सौदे में अनिल अंबानी की कंपनी को कैसे ठेका मिला, क्या वायु सेना ने राफेल सौदे का विरोध किया था, अनिल अंबानी को 30000 करोड़ रुपए का ठेका कैसे मिला। उन्होंने कहा कि ये नरेंद्र मोदी का, अरुण जेटली का या फिर अनिल अंबानी का पैसा नहीं है, यह जनता का पैसा है, सरकार को इसका हिसाब देना होगा।
राम मंदिर से ज्यादा स्वास्थ्य और रोजगार जरूरी
राहुल गांधी से जब राम मंदिर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी ये मसला सुप्रीम कार्ट में है। उन्होंने कहा कि देश में राम मंदिर से ज्यादा जरूरी लोगों का स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दे है।