राफेल विमान डील में घोटाले के आरोप पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र द्वारा कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर किए पटलवार के बाद आज शुक्रवार को राहुल गांधी ने फिर से अपने आरोप दोहराए हैं। राहुल गांधी ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने राफेल डील के बारे में झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए पीएम मोदी ने वायुसेना द्वारा की जा रही बातचीत में हस्तक्षेप किया और पीएमओ ने फ्रांस के साथ समानांतर बातचीत जारी रखी। जिसका विरोध वायुसेना द्वारा भी किया गया। उन्होंने इस आरोप के साथ अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में दिए गए रक्षा मंत्रालय के दस्तावेज को भी सामने रखा।
राहुल गांधी ने एक समाचार रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने जनता के 30 हजार करोड़ रुपए चुराए हैं, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी सीधे तौर पर राफेल डील में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री संसद से झूठ बोल रहे हैं। इस पूरी डील में पीएम का मकसद एचएएल को हटाकर अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने का था। उन्होंने कहा कि सरकार ने न्यायालय को भी झूठे तथ्य बताए। कांग्रेस सरकार से इस मामले में जेपीसी की मांग कर रही है। लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है।
पहली बार वाड्रा पर बोले राहुल
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक प्रश्न के जवाब में पहली बार उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा पर चल रहे केस का जिक्र किया। उन्होनें कहा कि कानून के दायरे में रहते हुए वाड्रा और चिदंबरम पर जो जांच चल रही है वह अपनी जगह ठीक है। लेकिन सरकार को राफेल मामले में हुए घोटाले की भी जांच करनी चाहिए।