नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने का पुरजोर विरोध किया था। उन्होंने इसे संविधान का उल्लंघन बताते हुए कहा था कि धारा 370 हटने से राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। राहुल गांधी का यह ट्वीट कर अपनी बात रखी थी। राहुल गांधी ने यह ट्वीट 6 अगस्त को किया था।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, ' राष्ट्र की अखंडता को बनाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर के एकतरफा टुकड़े नहीं किया जा सकते। इसके लिए संविधान को ताक पर रखकर चुने हुए जनप्रतिनिधियों को जेल में नहीं डाला जा सकता है। देश लोगों से बनता है न कि जमीन के एक टुकड़े से। एग्जक्यूटिव पावर का दुरुपयोग हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकता है।'
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जब राज्यसभा और लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के पेश किया था तब कांग्रेस पार्टी ने दोनों सदनों में सरकार के इस पहल का पुरजोर विरोध किया था। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने तो इसे लोकतंत्र का काला दिन करार दिया था।
केंद्र सरकार ने एक साल पहले जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने संबंधी अनुच्छेद 370 समाप्त करते हुए और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों. जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने का फैसला किया था। इससे संबंधित बिल को राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों से मंजूरी मिल गई थी।